ग्वालियर: बिरला अस्पताल के डॉक्टरों का कमाल, पियानो बजाती रही बच्ची, ब्रेन ट्यूमर का हुआ सफल ऑपरेशन
डॉक्टरों ने अवेक क्रेनियोटोमी यानी (कपाल छेदन) प्रक्रिया से हड्डी में छेद कर ट्यूमर निकाल दिया. सौम्या का ऑपरेशन बिरला अस्पताल में हुआ था. ऑपरेशन के दौरान बच्ची पियानो बजाती रही.
ग्वालियर: मध्य प्रदेश के ग्वालियर स्थित बिरला अस्पताल में डॉक्टरों ने एक अलग तरीके का ऑपरेशन किया है. नई पद्धति क्रेनियोटॉमी (कपाल छेदन) के जरिए ब्रेन ट्यूमर से जूझ रही सौम्या का ऑपरेशन किया गया है. ऑपरेशन के दौरान बच्ची पियानो बजाती रही और डॉक्टरों ने सिर की हड्डी में छेद कर ट्यूमर निकाल दिया.
अलग तरीके से किया ऑपरेशन लंबे अरसे से ब्रेन ट्यूमर से जूझ रही एक लड़की का बिरला अस्पताल के डॉक्टरों ने अलग तरीके से ऑपरेशन किया है. ऑपरेशन के दौरान सौम्या को न तो बेहोश किया गया और न ही उसे कोई तकलीफ हुई. वो पियानो बजाती रही और डॉक्टरों की टीम ने उसके सिर की हड्डी में छेद कर ट्यूमर निकाल दिया. डॉक्टरों का कहना है कि बच्ची के सिर के केवल उसी हिस्से को सुन्न किया गया था, जो बेहद जरूरी था.
सौम्या को मिर्गी के दौरे आते थे मुरैना जिले के बानमौर कस्बे में रहने वाली 9 साल की सौम्या को मिर्गी के दौरे आते थे. जांच में पता चला कि उसके सिर की हड्डी में ट्यूमर है. ट्यूमर उस हिस्से में था, जो बेहद नाजुक था और ओपन सर्जरी करने में बच्ची की जान का जोखिम था. इसमें बच्ची को पैरालाइट अटैक आने की भी संभावना थी. इसलिए डॉक्टरों ने बच्ची को बिना बेहोश किए उसके साथ लगातार बातचीत की और उसे पियानो बजाने के लिए दिया. डॉक्टरों ने अवेक क्रेनियोटोमी यानी (कपाल छेदन) प्रक्रिया से हड्डी में छेद कर ट्यूमर निकाल दिया. सौम्या का ऑपरेशन बिरला अस्पताल में हुआ था. डॉक्टरों ने बच्ची के डिस्चार्ज होने के बाद उसके फोटो को शेयर किया है.
अस्पताल के स्टाफ से बात करती रही बच्ची अस्पताल के चिकित्सकों ने इसे बड़ी सफलता बताया है. फिलहाल बच्ची को आराम करने की सलाह दी गई है. अवेक क्रेनियोटॉमी प्रक्रिया में मरीज के उस हिस्से को सुन्न किया जाता है, जहां बेहद आवश्यकता होती है. ग्वालियर में ये अपनी तरह का पहला ऑपरेशन है, जिसकी फोटोग्राफी की गई. ऑपरेशन के दौरान लड़की ने भी डॉक्टरों को अपने आत्मबल के कारण निराश नहीं होने दिया और अस्पताल के स्टाफ से लगातार बात करती रही.
ऑपरेशन के बाद बच्ची पूरी तरह स्वस्थ कई घंटों तक ऑपरेशन चलता रहा और बच्ची पियानो बजाती रही. डॉक्टर अभिषेक ने चौहान इस सफल ऑपरेशन को अपनी टीम के साथ किया. उन्होंने बताया कि इस अंतरराष्ट्रीय स्तर पर काफी सुना था कि म्यूजिकल इंस्ट्रूमेंट के उपयोग से मरीज का ध्यान डायवर्ट करते हुए एक सफल ऑपरेशन किया जा सकता है, वैसा ही हमने भी किया है. ऑपरेशन के बाद बच्ची अब पूरी तरह स्वस्थ है.
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