नई दिल्ली: पीएनबी घोटाले के आरोपी नीरव मोदी ने कहा है कि मामला सार्वजनिक करके बैंक ने कर्ज वसूली के सभी रास्ते बंद कर दिए हैं. साथ ही उसने यह भी कहा कि उसकी कंपनियों पर 5000 करोड़ से कम पैसे ही बकाया हैं. अब उनके वकील ने उनका बचाव करते हुए कहा है कि उनके क्लाइंट ने ऐसा कुछ नहीं कहा.
नीरव मोदी के वकील विजय अग्रवाल ने एबीपी न्यूज़ के साथ बात करते हुए कहा,"उन्होंने ऐसा कुछ भी अपने लैटर में नहीं लिखा है. ना ही टोन और मतलब ऐसा है कि वे पैसा वापस नहीं करेंगे. ईडी ने 5600 करोड़ के करीब पैसा जब्त किया है, पीएनबी वह ईडी से ले ले. इधर तो सारे लेनदेन रुक गए हैं. पैसा कैसे वापस किया जाएगा. यहां तो कर्मचारियों के पैसे तक नहीं दे पा रहे हैं. सारे बैंक अकाउंट सीज हो जाएंगे तो पैसा कहां से आएगा."
क्या लिखा है नीरव की चिट्ठी में
नीरव ने अपने लैटर में लिखा है,‘गलत तौर पर बतायी गई बकाया रकम से ‘मीडिया में हो-हल्ला’ हो गया और इसका परिणाम ये हुआ कि जांच का काम शुरू हो गया और कामकाज भी बंद हो गया. चिट्ठी में मोदी ने लिखा है,‘इससे हमारे बिजनेस पर बैंक के बकाया को चुकाने की हमारी क्षमता खतरे में पड़ गई है."
उसने कहा,"13 फरवरी को की गई मेरी पेशकश के बावजूद बकाया रकम तुरंत पाने की जल्दी में आपकी (बैंक) कार्रवाई ने मेरे ब्रांड और कारोबार को तबाह कर दिया और इससे अब कर्ज वसूलने की आपकी क्षमता सीमित हो गई है."
आपको बता दें कि नीरव ने 13 फरवरी को ये पेशकश की थी और बैंक ने 14-15 फरवरी को लोन घोटाले की जानकारी सार्वजनिक कर दी. नीरव ने चिट्ठी के अंत में बैंक से अनुरोध किया है कि 2,200 कर्मचारियों का वेतन मौजूदा खातों में से देने की अनुमति दी जाए.