नई दिल्लीः भगोड़ा हीरा व्यापारी नीरव मोदी भारत वापस आना चाहता है. इस बात की जानकारी नीरव मोदी के वकील ने कोर्ट में सुनवाई के दौरान दी. वकील ने कहा कि नीरव मोदी भारत आना चाहते हैं लेकिन उसे हमले का डर सता रहा है. मुंबई सेशन्स कोर्ट में सुनवाई के दौरान नीरव मोदी के वकील ने बताया, ''वह देश छोड़कर भागे नहीं है. वह भारत आना चाहते हैं लेकिन उन्हें डर रहे हैं कि कहीं लोग उनपर हमला न कर दें.''


कोर्ट में सुनवाई के दौरान नीरव के वकील ने कहा, ''विदेशों में भी उनके कई बिजनेस है और वह अपने नियमित पासपोर्ट और वीजा के साथ विदेश गए हैं. जिससे यह साबित होता है कि वह देश छोडकर भागे नहीं हैं.''


सुनवाई के दौरान वकील ने कहा, ''जांच एजेंसी ईडी नीरव मोदी का दफ्तर, घर, शोरूमसमेत अन्य कई प्रॉपर्टी जब्त कर चुकी है, उनके स्टाफ को भी गिरफ्तार कर लिया गया है. इस कारण वह और कोई कागजात पेश करने में असर्मथ हैं.''


नीरव के बचाव में तर्क पेश करते हुए वकील ने कि उनके प्रॉपर्टी को जांच एजेंसी जब्त कर चुकी है इसलिए वह ज्यादा कागजात पेश नहीं कर सकते हैं. जिसके बाद कोर्ट ने सुनवाई स्थगित कर दी और अगली तारीख 5 दिसंबर तय कर दी.


नीरव मोदी इस साल की शुरुआत में बैंक धोखाधड़ी मामला सामने आने के बाद से भारत से फरार है और इंटरपोल ने उसकी गिरफ्तारी के लिये हाल में वारंट जारी किया था. वहीं, भारत ब्रिटेन से उसके प्रत्यर्पण का प्रयास कर रहा है, जहां आखिरी बार उसे देखा गया था.


एजेंसी ने अब तक देश में मोदी और उसके परिवार की 700 करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति कुर्क की है. उसने भगोड़ा हीरा कारोबारी के खिलाफ आरोप पत्र दायर किया है जिसमें आरोप लगाया गया है कि उसने धन का शोधन किया और बैंकों की 6400 करोड़ रुपये से अधिक की रकम डमी विदेशी कंपनियों को भेजी. ये कंपनियां उसके और उसके परिवार के सदस्यों के नियंत्रण में थीं.


बता दें कि हीरा व्यापारी नीरव मोदी करोड़ों का कर्ज लेकर भारत से फरार हो गए है. फरारी के बाद जांच एजेंसियां नीरव मोदी को भारत लाने के लिए प्रयास कर रही है. हालांकि अभी तक सफलता हाथ नहीं लगा है.


ED ने दुबई में नीरव मोदी की 56 करोड़ से ज्यादा की प्रॉपर्टी जब्त की