नई दिल्ली: निर्भया मामले में दोषियों की फांसी से बचने की आखिरी कोशिश भी नाकाम हो गई. चार में से तीन दोषी आज निचली अदालत के फैसले को चुनौती देते हुए रात में दिल्ली हाई कोर्ट पहुंचे. हाई कोर्ट में उनकी याचिका पर सुनवाई हुई.


सुनवाई के दौरान जज ने अहम टिप्पणी की. उन्होंने कहा कि अब वह वक्त करीब आ गया है जब आप के मुवक्किल ऊपर वाले से मुलाकात करेंगे. अब और वक्त बर्बाद मत कीजिए, हमारे पास अब और वक्त नहीं है आप की दलीलों को सुनने के लिए. कोर्ट ने कहा कि अब इन आखिरी घंटों में हम आपकी मदद नहीं कर सकते. इन याचिकाकर्ताओं के पास आखरी 4 से 5 घंटे बचे हैं अगर आपके पास वाकई कोई महत्वपूर्ण दलील है तो उसको रखिए.


सुनवाई शुरू होते ही कोर्ट ने दोषियों के वकील एपी सिंह से कहा कि आपने जो याचिका लगाई है इसके साथ में कोई दस्तावेज नहीं लगाए. दोषियों के वकील ने कहा कि कोरोना की वजह से फोटो कॉपी मशीन काम नहीं कर रही थी.


कोर्ट ने कहा कि आप यह नहीं कह सकते कि अदालत में आप की सुनवाई नहीं होती आज ही देखिए आपकी याचिकाओं पर निचली अदालत से लेकर हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट तक सुनवाई हुई.


दोषियों के वकील एपी सिंह ने अदालत को बताया कि अक्षय की पत्नी ने तलाक की याचिका लगा रखी है अभी उस पर सुनवाई होनी बाकी है, इसके अलावा इन लोगों के खिलाफ जो एक डकैती का केस चल रहा है उसकी याचिका हाईकोर्ट में लंबित है, साथ ही चुनाव आयोग के खिलाफ एक याचिका लगाई गई है वह भी हाईकोर्ट में लंबित हैं.


कोर्ट ने कहा कि आप यह सारी बातें सुप्रीम कोर्ट के सामने भी कह चुके हैं इसमें कुछ नया नहीं है. कोर्ट ने कहा कि दोषियों के मामले में अंतिम फैसला आ चुका है हम उस पर कोई रोक नहीं लगा सकते और यह नहीं कह सकते कि फांसी ना हो.


निचली अदालत ने गुरुवार की दोपहर दोषियों अक्षय कुमार सिंह, पवन गुप्ता और विनय शर्मा की उस याचिका को खारिज कर दिया जिसमें उन्होंने अपने डेथ वारंट पर रोक लगाने की मांग की थी. इन तीनों दोषियों के साथ मुकेश सिंह को भी शुक्रवार की सुबह यानि कल साढ़े 5 बजे फांसी दी जानी है.


निर्भया मामला: जानिए, परिवार से आखिरी मुलाकात में क्या हुआ, कल सुबह होनी है चारों दोषियों को फांसी