नई दिल्ली: निर्भया मामले के तीन दोषी अपने परिजनों से अंतिम मुलाकात कर चुके हैं, जबकि चौथे दोषी अक्षय कुमार सिंह से आज देर शाम तक उसके किसी परिजन ने अंतिम मुलाकात के तौर पर मुलाकात नहीं की थी. तीन आरोपियों के घरवालों से मुलाकात के दौरान इनमें से एक दोषी फूट-फूटकर रोया, तो वहीं एक दोषी देर तक गुमसुम बैठकर अपने परिजनों की तरफ देखता रहा. जेल प्रशासन ने चारों आरोपियों को फांसी देने की उल्टी गिनती शुरू कर दी है. जेल के आला अधिकारी के मुताबिक चारों को एक ही तख्ते पर एक साथ फांसी दी जाएगी.
निर्भया के दोषी पवन, विनय, मुकेश और अक्षय में से पवन, विनय और मुकेश के परिजनों ने अंतिम मुलाकात के तौर पर इन तीनों से तिहाड़ के जेल नंबर तीन के मुलाकाती कक्ष में मुलाकात की. जेल सूत्रों के मुताबिक इन तीनों ने आधे-आधे घंटे तक अपने परिजनों के साथ अंतिम मुलाकात की. इनमें से एक मुलाकात पिछले महीने, जबकि अन्य मुलाकात इस महीने के शुरुआती दौर में हुई थी, जबकि इन तीनों से हफ्ते में होने वाली मुलाकात अभी तक जारी थी.
जेल सूत्रों ने बताया कि अपने परिजनों से अंतिम मुलाकात के दौरान इनमें से एक दोषी फूट-फूटकर रोया वहीं, एक दोषी बड़ी देर तक गुमसुम सा अपने परिजनों की तरफ देखता रहा, जबकि तीसरे दोषी ने अपने परिजनों से बात की और उल्टा उन्हें ढांढस बंधाया. सूत्रों ने बताया कि एक दोषी ने अपने घरवालों से अपने कुछ रिश्तेदारों को अंतिम प्रणाम करने के लिए भी कहा और जो दोषी फूट-फूटकर रोया था वह अपने परिजनों को परिवार के बीच की हुई अनेक बातें भी करता रहा. सूत्रों ने बताया एक दोषी ने अपने घर में रखी हुई कुछ चीजों के बारे में भी बातचीत की. चौथे दोषी अक्षय से आज शाम तक कोई अंतिम मुलाकात करने नहीं पहुंचा था.
जेल के एक आला अधिकारी के मुताबिक अक्षय के अलावा जिन तीन आरोपियों के परिजनों ने अंतिम मुलाकात की, जेल नियमों के मुताबिक उन तीनों परिवारों की तरफ से दोषी को ना तो कुछ खाने को दिया गया और ना ही कोई अन्य सामान देने दिया गया. जेल के एक आला अधिकारी ने इस बाबत कहा कि अंतिम मुलाकात में यह विशेष तौर पर ध्यान रखा जाता है कि परिजनों के जरिए कोई ऐसी चीज दोषी तक ना पहुंच जाए, जिसके चलते उसे कोई नुकसान हो या उसकी तबीयत खराब हो जाए.
जेल के एक आला अधिकारी ने बताया कि चौथे दोषी अक्षय ठाकुर के परिजनों को कई बार बताया जा चुका था कि वह अंतिम मुलाकात कर सकते हैं और इसके लिए उन्हें अंतिम मौका 19 मार्च 2020 की दोपहर 12 बजे तक के लिए दिया गया था, लेकिन आज दोपहर तक कोई भी शख्स अंतिम मुलाकात के तौर पर अक्षय ठाकुर से मुलाकात करने नहीं पहुंचा था. अधिकारी ने कहा कि हालांकि अक्षय के परिजन उससे सप्ताह में होने वाली दो मुलाकातों में मुलाकात करते रहे, लेकिन यह कहकर की अंतिम मुलाकात करनी है, ऐसी मुलाकात आज नहीं हुई .
जेल सूत्रों के मुताबिक इन चारों को फांसी देने के लिए तिहाड़ जेल नंबर तीन के फांसी घर में एक ही तख्ते पर एक की जगह दो लीवर लगाए गए हैं और प्रत्येक लीवर में दो रास्ते अटैच किए गए हैं. यानी एक लीवर के जरिए दो दोषी फांसी पर लटकेंगे.
जेल सूत्रों के मुताबिक इन चारों पर लगातार निगाह रखी जा रही है और सीसीटीवी कैमरों के जरिए भी लगातार इन्हें देखा जा रहा है. तिहाड़ जेल नंबर तीन के आसपास सुरक्षा और कड़ी कर दी गई है. साथ ही स्थानीय पुलिस को भी इस बाबत चौकसी बरतने के निर्देश जारी कर दिए गए हैं. जल्लाद आ चुका है और फांसी के रस्सों को पूरी तरह से मुलायम करके उन्हें काले बक्से में रखा जा चुका है.
यह बक्से शुक्रवार की सुबह खोलेंगे जाएंगे. जेल के एक आला अधिकारी ने बताया कि चारों आरोपियों को शुक्रवार तड़के 3 बजे जगा दिया जाएगा और उसके बाद फांसी देने की प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी. चारों को सुबह 5:30 बजे फांसी दी जाएगी.
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