नई दिल्ली: निभर्या मामले को लेकर केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने दिल्ली की आम आदमी पार्टी सरकार को निशाने पर लिया. उन्होंन कहा कि आम आदमी पार्टी पर धिक्कार है, जिसकी वजह से देरी हुई. उन्होंने आरोप लगाया कि दिल्ली की आप सरकार पीड़िता की मां को न्याय से वंचित रख रही थी. स्मृति ईरानी के आरोप पर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि दुख हो रहा कि इस तरह के मुद्दे पर राजनीति की जा रही है.
अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट किया, ''मुझे दुख हो रहा कि इस तरह के मुद्दे पर राजनीति की जा रही है. क्या हमें एक साथ काम नहीं करना चाहिए कि दोषियों को जल्द से जल्द फांसी दी जाए? क्या हमें सिस्टम को सुनिश्चित करने के लिए हाथ नहीं मिलाना चाहिए ताकि ऐसे जानवरों को छह महीने के भीतर फांसी मिल जाए? कृपया इस पर राजनीति न करें. आइए हम मिलकर अपनी महिलाओं के लिए एक सुरक्षित शहर बनाएं.''
निर्भया के दोषियों के लिए नया डेथ वारंट
उधर आज दिल्ली की पटियाला हाउस कोर्ट ने निर्भया के चारों दोषियों के लिए नया डेथ वारंट जारी किया. अब 1 फरवरी को सुबह छह बजे निर्भया के दोषियों को फांसी दी जाएगी. हालांकि यह तारीख फाइनल नहीं है. नए डेथ वारंट पर निर्भया की मां आशा देवी ने कहा कि वे इससे खुश नहीं है ये निराश करने वाली बात है.
आशा देवी ने कहा, ''मुझे इस पर निराशा है हमारे हिस्से में सिर्फ तरीख पर तरीख आ रही है, हमारा सिस्टम ऐसा ही है जहां दोषियों की बाते सुनी जाती है.'' वहीं निर्भया के पिता बद्रीनाथ सिंह ने कहा, ''हमारे मन में एक यही सवाल है कि जैसे 22 तरीख को ये लोग रेमेडी नहीं पूरा कर सकते थे तो क्या 1 तरीख तक कर देगें? अगर नहीं करेंगे, तो क्या उनको फांसी दी जा सकती है ?''
वहीं निर्भया की वकील सीमा कुशवाहा ने कहा कि हम उम्मीद करते है कि 1 फरवरी को दोषियों को फांसी दी जाएगी. उन्होंने कहा, ''ये जो 1 फरवरी की तरीख दी गई है हम उम्मींद करते है कि इस तरीख में दोषियों को फांसी दी जाएगी.'' बता दें कि इससे पहले 7 जनवरी 2020 को कोर्ट ने चारों दोषियों के खिलाफ डेथ वारंट जारी करते हुए फांसी के लिए 22 जनवरी का दिन तय किया था.