ABP न्यूज़ से बातचीत में निर्भया के पिता ने कहा, "राहुल गांधी की मदद से मेरा बेटा पायलट बन गया है. हमारे बस का तो था नहीं लेकिन राहुल गांधी ने मेरे बेटे को सलाह देने से लेकर हौसला बढ़ाने तक में मदद की."
आपको बता दें कि 16 दिसंबर, 2012 को दिल्ली के वसंत विहार में 23 वर्षीय फिजियोथिरैपिस्ट निर्भया के साथ गैंगरेप की घटना ने पूरे देश को हिला कर रख दिया था. इस घटना को लेकर पूरे देश में बड़ा जन आक्रोश दिखा था.
निर्भया गैंगरेप में सभी आरोपियों को गिरफ्तार किया गया था. इनमें से एक आरोपी की मौत पुलिस कस्टडी में हो गई थी. सभी आरोपियों को रेप और हत्या का दोषी पाया गया और उन्हें मृत्युदंड की सज़ा दी गई. इनमें से एक दोषी नाबालिग को बाल सुधार गृह भेजा गया था.
जब निर्भया कि मौत हुई थी उस समय उसका भाई 12वीं क्लास में पढ़ रहा था. शुरू में वो फौज में जाना चाहता था लेकिन इस दर्दनाक घटना ने उसे झकझोर कर रख दिया था. निर्भया के पिता ने कहा, "इस निराशा की घड़ी में राहुल गांघी ने मेरे बेटे का बहुत साथ दिया. उन्होंने मेरे बेटे को आगे बढ़ने के प्रेरित किया और स्कूल की पढ़ाई पूरी करने के बाद पायलट बनने के लिए ट्रेनिंग कोर्स करने को कहा."
2013 में सीबीएसई की परिक्षा पास करने के बाद निर्भया के भाई को सोनिया गांधी के संसदीय क्षेत्र रायबरेली की इंदिरा गांधी राष्ट्रीय उड़ान अकादमी में एडमिशन मिल गया. हालांकि, रायबरेली जाते समय निर्भया के भाई ने सोचा था कि वे सेना में भर्ती होने के लिए भी तैयारी करेंगे लेकिन संस्थान में दाखिला लेने के बाद यह संभव न हो सका.
निर्भया का सबसे छोटा भाई पूणे से इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर रहा है. निर्भया के पिता दिल्ली एयरपोर्ट पर कर्मचारी हैं.