निर्भया मामला: आखिरी वक्त में किसी चमत्कार की आस लगाए बैठे हैं चारों दोषी, फांसी पर रोक की मांग लिए रात में अदालत पहुंचे वकील
रात में ही इन लोगों की तरफ से हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट में शुक्रवार की सुबह होने वाली फांसी को टालने की याचिकाएं लगाई गई हैं. जेल सूत्रों के मुताबिक इन चारों को दोपहर का खाना दिया गया था, जिसे चारों ने ही कुछ अनमन भावों से खाया था.
नई दिल्ली: तिहाड़ जेल नंबर 3 में निर्भया के गुनाहगार रात के खाने को केवल घूर रहे हैं और उन्हें अभी भी उम्मीद है कि कोई चमत्कार हो सकता है. उधर जेल प्रशासन ने पिछले 48 घंटों के दौरान आधा दर्जन बार फांसी का डमी ट्रायल किया. आज एक गुनाहगार मुकेश के घरवाले फिर अंतिम मुलाकात के लिए तिहाड़ जेल पहुंचे जहां, जेल प्रशासन ने उनकी आधा घंटा मुलाकात कराई, जबकि चौथे आरोपी अक्षय ठाकुर से उसके परिवार का कोई भी सदस्य अंतिम मुलाकात करने नहीं पहुंचा.
तिहाड़ जेल सूत्रों के मुताबिक निर्भया के चारों गुनहगारों पवन, विनय, मुकेश और अक्षय को शाम का खाना लगभग 8 बजे दिया गया. उनके खाने में रोटी सब्जी दाल और चावल थी. सूत्रों के मुताबिक इनमें से तीन आरोपी केवल खाने को घूरते रहे, जबकि चौथे आरोपी ने पहरे पर मौजूद जेल कर्मी से पूछा कि कोर्ट से कोई खबर आई है क्या? दरअसल अभी भी इन चारों को यह उम्मीद है कि कोई ना कोई चमत्कार होगा और उनकी फांसी टल जाएगी.
रात में ही इन लोगों की तरफ से हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट में शुक्रवार की सुबह होने वाली फांसी को टालने की याचिकाएं लगाई गई हैं. जेल सूत्रों के मुताबिक इन चारों को दोपहर का खाना दिया गया था, जिसे चारों ने ही कुछ अनमन भावों से खाया था. दोपहर के खाने में एक आरोपी को जेल प्रशासन के बड़े अधिकारियों द्वारा भी कहना पड़ा कि खाने से नाराजगी जाहिर नहीं की जाती है.
सूत्रों ने बताया कि आज शाम इस मामले के एक गुनाहगार मुकेश के घर वाले फिर से जेल के दरवाजे पर पहुंचे और उन्होंने जेल प्रशासन से गुहार की कि उनकी मुकेश से एक और अंतिम मुलाकात करा दी जाए, इसके पहले उसके परिजन अंतिम मुलाकात के तौर पर अपनी मुलाकात कर चुके थे. जेल प्रशासन ने इस मामले में फौरन निर्णय लिया और मुकेश के परिजनों से लगभग आधा घंटा तक मुकेश की फिर से आखिरी मुलाकात कराई गई.
सूत्रों ने बताया कि इस मामले में गुनहगार अक्षय ठाकुर के घर से कोई भी मिलने नहीं आया. जेल के एक आला अधिकारी ने बताया कि इसके पहले भी अक्षय ठाकुर के घरवालों की तरफ से ऐसी ही हरकत की गई थी, जब उनके परिजनों के साथ अंतिम मुलाकात की तारीख तय हो गई थी और उनके परिजन दिल्ली में मौजूद भी थे, लेकिन वे लोग अंतिम मुलाकात करने नहीं आए. हालांकि उसके बाद सप्ताह में होने वाली दो नियमित मुलाकातें वह करते रहे हैं. इसी प्रकार आज भी उन्हें दिन में 12 बजे तक अंतिम मुलाकात का समय दिया गया था. साथ ही जेल प्रशासन ने यह भी कहा था कि यदि शाम तक जेल आ जाएंगे, तो उनकी अंतिम मुलाकात करा दी जाएगी. अक्षय ठाकुर के घर वाले आज भी दिल्ली में मौजूद थे. लेकिन अंतिम मुलाकात करने के नाम पर कोई नहीं पहुंचा था.
उधर जेल प्रशासन ने इस मामले में फांसी की पूरी तैयारियां कर ली है. जेल के एक अधिकारी ने बताया कि पिछले 48 घंटों के दौरान लगभग 6 बार ट्रायल किया जा चुका है. जिससे अंतिम समय पर किसी तरह की कोई परेशानी सामने ना आए.
उधर इन गुनहगारों को अभी भी उम्मीद है कि फांसी टलने का कोई ना कोई रास्ता निकल ही आएगा. यही कारण है कि देर रात भी इनकी तरफ से हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट में इनकी सुनवाई की जाए इसके लिए याचिका लगाई जा रही थी. साथ ही यह गुनहगार भी पहरे पर मौजूद कर्मियों से लगातार पूछ रहे हैं कि कोर्ट से कोई आदेश आया क्या.
सूत्रों ने बताया कि फिल्मी तर्ज पर गुनहगारों को फांसी का रस्सा गले में पड़ने तक उम्मीद है कि अचानक कोई वकील दौड़ता हुआ आएगा और कहेगा कि मैं फांसी टालने के आदेश ले आया हूं. जेल के अधिकारी ने कहा कि अब ऐसा होता संभव नहीं दिख रहा है.
सूत्रों के मुताबिक फांसी की पूरी तैयारियां की जा चुकी है. तिहाड़ जेल नंबर तीन के फांसी घर में फांसी के पटरे में बदलाव किए गए हैं. जेल नियमों के मुताबिक चारों आरोपियों को शुक्रवार की सुबह 3 बजे जेल में उठा दिया जाएगा और इसके बाद फांसी की अंतिम प्रक्रिया शुरू हो जाएंगी.
ये भी पढ़ें:
कोरोना का असर: लखनऊ हवाई अड्डे पर होम क्वारंटीन किए गए लोगों के हाथों पर लग रहा है ठप्पा