नई दिल्ली : पिछले पांच सालों से हर रोज इस फैसले का इंतजार करने वाले निर्भया के मां-बाप के लिए आज का फैसला काफी अहम था. फैसला आने के बाद मां का यही कहना था कि 'देर है लेकिन अंधेर नहीं.' पांच साल से यह टीस उनके सीने में है कि उनकी बेटी के हत्यारे आराम से जी रहे हैं. लेकिन, आज उनका कहना था कि उन्हें इंसाफ मिल गया है.

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निर्भया की मां का कहना है कि यह इंसाफ सिर्फ उनके लिए नहीं है बल्कि हर उस शख्स के लिए है जिसने इस लड़ाई में उनका साथ दिया है. हालांकि, साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि अभी लड़ाई खत्म नहीं हुई है. वे देश की हर पीड़िता के लिए यह लड़ाई जारी रखेंगी. निर्भया के पिता ने भी कहा कि उन्हें अब जाकर इंसाफ मिला है.



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गौरतलब है कि निर्भया के मां-बाप इस मामले से जुड़ी हर सुनावई में मौजूद रहे. इससे पहले आज सुबह निर्भया की मां ने कहा था कि ”हमें कोर्ट से पूरी उम्मीद है कि दोषियों को फांसी होगी. अगर संविधान में सजा का प्रावधान है तो निर्भया केस से ज्यादा खराब केस और कोई हो ही नहीं सकता. इस मामले में फांसी के अलावा कोई और सजा नहीं हो सकती.”

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निर्भया की मां ने बताया था कि वो इंसाफ की उम्मीद में 2012 से लेकर आज तक हर दिन टूटी है. उन्होंने कहा कि 'हर रोज अपने आप को तैयार करती हूं और मुझे इस दिन का बहुत बेसब्री से इंतजार था.'