नई दिल्ली: प्रवासी मज़दूरों के मुद्दे पर बीजेपी सरकार और कांग्रेस के बीच राजनीति तेज हो गई है. कल कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी की प्रवासी मज़दूरों से मुलाक़ात पर आज सरकार की ओर से वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने पलटवार किया. सीतारमण ने मजदूरों से मुलाक़ात को ड्रामा करार देते हुए कहा कि घर वापस जा रहे मजदूरों से मुलाक़ात कर राहुल गांधी ने उनका समय बर्बाद किया है. सीतारमण ने बिना नाम लिए कहा कि इससे बेहतर होता कि राहुल गांधी उनका सामान लेकर कुछ दूर छोड़ आते.


कांग्रेस शासित राज्यों में क्या है प्रवासियों की हालत ?


निर्मला सीतारमण ने प्रवासी मज़दूरों को उनके घर पहुंचाने के लिए उठाए गए कदमों की जानकारी देते हुए कहा कि सरकार ने श्रमिकों को घर पहुंचाने के लिए ट्रेनों का इंतज़ाम किया है. सीतारमण ने दावा किया कि रेलवे 1500 ट्रेनों के साथ तैयार है और राज्य सरकारें जितनी ट्रेनों की मांग करेंगी उन्हें उतनी ट्रेनें मुहैया करवाई जाएंगी. उन्होंने राहुल गांधी से पूछा कि कांग्रेस शासित राज्यों की सरकारें आखिर केंद्र सरकार से ज्यादा ट्रेनों की मांग कर प्रवासियों को घर क्यों नहीं पहुंचातीं ? सीतारमण ने सवाल किया कि क्या कांग्रेस शासित राज्यों में प्रवासी मजदूरों को अभी सुविधाएं मुहैया करवाई जा रही हैं ?


प्रवासियों पर राजनीति बन्द करें सोनिया

वित्त मंत्री ने माना कि इस परिस्थिति में सरकार की ओर से इंतज़ाम में कमी रही होगी. उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से प्रवासियों के मुद्दे पर राजनीति नहीं करने की गुजारिश की. सीतारमण ने कहा कि किसी के लिए भी बिल्कुल पुख़्ता इंतज़ाम करना मुश्किल है और इसलिए सबको सहयोग करके हालात से निपटना होगा.