महापैकेज के ज़रिये महाराहत का प्रयास, मज़दूरों को राशन, रोज़गार, राहत और रिहाइश
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आज किसानों और मजदूरों के लिए बड़े एलान किए. उन्होंने कहा कि मनरेगा के तहत अब 202 रुपये की मजदूरी दी जाएगी. सीतारमण ने बताया कि प्रवासी मजदूरों को अगले 2 महीने तक फ्री खाद्यान दिए जाएंगे.
एबीपी न्यूज़
Last Updated:
14 May 2020 05:54 PM
आज सरकार की तरफ से किए गए एलान पर कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि निर्मला सीतारमन के आर्थिक पैकेज के दूसरे दिन की घोषणाओं का अर्थ -: “खोदा पहाड़, निकला जुमला”.
सीतारमण ने कहा कि 50 लाख स्ट्रीट वेंडर्स को 5000 करोड रुपये के कर्ज की व्यवस्था की जाएगी. एक महीने में ये योजना लांच होगी. हर स्ट्रीट वेंडर को 10 हज़ार का कर्ज मिल पायेगा.
मुद्रा शिशु ऋण योजना के तहत 50 हज़ार रुपये तक का लोन लेने वाले लोगों को ब्याज में सहायता दी जाएगी. इन लोगों को 3 माह तक EMI भुगतान पर छूट दी गई थी. इसके बाद उनकी EMI पर
2 प्रतिशत की ब्याज सहायता अगले 12 महीने तक दी जाएगी. इससे करीब 3 करोड़ लोगों को लाभ मिलने की उम्मीद है.
2 प्रतिशत की ब्याज सहायता अगले 12 महीने तक दी जाएगी. इससे करीब 3 करोड़ लोगों को लाभ मिलने की उम्मीद है.
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बताया कि शहरों में प्रवासी मजदूरों के लिए किफायती दामों पर अफोर्डेबल रेंटल हाउसिंग कॉम्प्लेक्स विकसित करेंगे. काम करने की जगह पर किराए पर घर मिल सकेंगे. प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत ला सकते हैं. उद्योगपति अगर ऐसे घर बनाते हैं तो उन्हें इसका लाभ दिया जाएगा.
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि मजदूरों का कल्याण हमारे एजेंडे में सबसे ऊपर है. न्यूनतम मजदूरी वर्तमान में केवल 30% श्रमिकों पर लागू होती है. हम इसे सभी के लिए बनाना चाहते हैं.
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बताया कि जो लोग गैर कार्ड धारक हैं उन्हें प्रति व्यक्ति 5 किलो गेंहू/चावल और चना प्रति परिवार दिया जाएगा. लगभर 8 करोड़ प्रवासियों को इससे लाभ मिलेंगे. इस पर 3500 करोड़ खर्च होंगे. इसें लागू करने की जिम्मेदारी राज्यों की होगी.
मनरेगा को लेकर वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि 14.62 करोड़ कार्य दिवस का काम 13 मई 2020 तक उपलब्ध कराया गया है. 10 हज़ार करोड़ का खर्च हुआ है. पिछले साल के मुकाबले 40 से 50 प्रतिशत अधिक लोगों को काम दिया गया. पिछले साल के मुकाबले दिए जाने वाले पारिश्रमिक को 185 से बढाकर 202 रुपये कर दिया गया है.
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने राहत पैकेज की दूसरी किस्त जारी करते हुए कहा कि तीन करोड़ छोटे किसान पहले ही कम ब्याज दर पर चार लाख करोड़ रुपये का कर्ज ले चुके हैं.
शहरी गरीबों के लिए भी वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने एलान किए हैं. उन्होंने कहा कि राज्यों को राज्य आपदा प्रबंधन कोष से खर्च की इजाजत दी गई. केंद्र सरकार ने राज्यों को 11002 करोड़ रुपए SDRF को मजबूत करने के लिए दिए गए. इससे शेल्टर बनाए गए जिसमें तीन समय का भोजन उपलब्ध कराया गया. 12 हज़ार स्वयं सहायता समूह ने 3 करोड़ मास्क और 1.20 लाख लीटर सेनेटाइजर का उत्पादन किया गया. 15 मार्च के बाद से 7200 हज़ार नए स्वयं सहायता समूह बनाये गए.
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बताया कि अब तक 3 करोड़ किसानों ने 4.22 लाख करोड़ के कृषि ऋण पर तीन माह तक लोन मोरिटोरियम का लाभ उठाया है. मार्च 2020 में नाबार्ड में सहकारी बैंकों और ग्रामीण बैंकों की मदद के लिए 29 हज़ार 500 करोड़ सहायता के लिए दिए गए. राज्यों को कृषि उत्पादोन्नकी खरीद के लिए मार्च 2020 से अब तक 6700 करोड़ रुपए की कार्यशील पूंजी दी गई है.
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बताया कि किसानों के लिए इंटरेस्ट सबवेंशन स्कीम को बढ़ाकर 31 मई तक किया गया है. 25 लाख नए किसान क्रेडिट कार्ड जारी किए गए हैं.
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि किसानों के लिए 86 हजार 600 करोड़ लोन की मंजूरी दी जा रही है. 25 लाख नए किसान क्रेडिट कार्ड बनाए जा रहे हैं.
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि आज की कॉन्फेंस प्रवासी श्रमिकों, सड़क के किनारे स्टॉल या रेहड़ी लगाने वालों, छोटे व्यापारियों, स्वरोजगार वालों और छोटे किसानों पर केंद्रित है.
निर्मला सीतारमण ने कहा कि प्रवासी मजदूर, छोटे किसान, स्ट्रीट वेंडर आदि के लिए कुल 9 घोषणाएं की जा रही हैं.
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बताया कि प्रवासी मजदूरों के लिए तीन फैसले लिए गए हैं. रेहड़ी पटरी वालों को राहत दी जा रही है.
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण अब से थोड़ी देर बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस कर आर्थिक पैकेज को लेकर जानकारी देंगी.
बैकग्राउंड
नई दिल्ली: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण अब से थोड़ी देर बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस करेंगी और 20 लाख करोड़ रुपये के आर्थिक पैकेज की विस्तृत जानकारी देंगी. इससे पहले बुधवार को भी सीतारमण ने प्रेस कॉन्फ्रेंस किए. इस दौरान उन्होंने खास तौर पर एमएसएमई के लिए कुल 6 एलान किए गए. अब मध्यम वर्ग और किसानों, गरीबों के हिस्से में क्या आएगा इसको लेकर आज दूसरे दिन वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण प्रेस कॉन्फ्रेंस करने वाली हैं.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को राष्ट्र के नाम अपने संबोधन में कोरोना वायरस को लेकर जारी लॉकडाउन और उससे हुए भारी आर्थिक नुकसान को पाटने के लिए आर्थिक पैकेज की घोषणा की थी. साथ ही उन्होंने मौजूदा लॉकडाउन की मियाद बढ़ाने की घोषणा की थी.
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