(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
निशा जिंदल नाम के फेक अकॉउंट को लेकर सोशल मीडिया पर चर्चा, जानिए लोगों ने दिए कैसे मजेदार रिएक्शन
सोशल मीडिया पर निशा जिंदल के नाम से बना फेक अकॉउंट चर्चा का विषय बन गया है. लोग कह रहे हैं रायपुर पुलिस ने निशा और निशाचर में भेद बताया है.
नई दिल्ली: निशा जिंदल की खबर अब देशभर में सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बनी हुई है. जी हां.. वही निशा जिंदल जिसके फेसबुक प्रोफाइल में एक लड़की की बेहद दिलकश तस्वीर लगी थी, अकाउंट पर हजारों की संख्या में फॉलोवर्स थे. उस अकॉउंट से लगातार धार्मिक उन्माद फैलाने वाले पोस्ट किए जा रहे थे.
शिकायत जब रायपुर पुलिस को मिली तो इस आईडी का पता लगाने वह पहुंची. वहां पहुंच कर पुलिस के होश फाख्ता हो गए. पता चला कि अकाउंट फर्जी था, यूजर 'निशा जिंदल' नाम की कोई लड़की नहीं, बल्कि लंबे वक्त से खाली बैठा रवि नाम का शख्स था. पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया लेकिन इस खबर के सामने आने के बाद से ही सोशल मीडिया पर अलग-अलग तरह के रिएक्शन आ रहे हैं.
रायपुर के DIG ने लिखा,'' मैं लोगों से निवेदन करता हूं कि वह फेसबुक प्रोफाइल को कंटेट देखकर फॉलो करें न कि ऐसे ही किसी वजह से... नहीं तो आपका दिल टूट सकता है.''
GyanJaraHatke नाम के एक ट्विटर हैंडल ने लिखा कि रायपुर पुलिस को कोहिनूर मिला है.
Raipur police found Koh-i-Noor when they reached to arrest Nisha Jindal for posting communal comments on social media. ????????????????????
Source:.@arunbothra pic.twitter.com/eWhytydUsd — GyanJaraHatke (@gyanjarahatke) April 19, 2020
कवि डॉ कुमार विश्वास ने निशा जिंदल मामले में ट्वीट कर रायपुर पुलिस को धन्यवाद दिया.उन्होंने लिखा कि निशा और निशाचर के भेद को जगज्ञापित करने रायपुर पुलिस को बधाई.
निशा और निशाचर के भेद को जगज्ञापित करने हेतु @RaipurPoliceCG को बधाई ???????? https://t.co/s8PmYEtRxb
— Dr Kumar Vishvas (@DrKumarVishwas) April 19, 2020
बता दें कि पुलिस के मुताबिक, 31 साल का रवि फर्जी IDs के जरिए सांप्रदायिक मैसेज पोस्ट किया करता था. 2012 से ही वह 'निशा जिंदल' और पाकिस्तानी एक्ट्रेस मीरा पाशा के नाम पर फेक ID बनाता आ रहा था. 2009 से रवि सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग का स्टूडेंट है मगर अबतक पास नहीं हो सका है. फेक IDs के जरिए वह खुद को इंटरनेशनल मॉनेटरी फंड (IMF), वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गनाइजेशन (WHO) और वर्ल्ड ट्रेड ऑर्गनाइजेशन (WTO) जैसी संस्थाओं का सदस्य बताता फिरता था.