नई दिल्ली: रिलायंस फाउंडेशन ने भारत में डिजिटल जेंडर (लिंग) डिवाइड के खात्मे के लिए यूनाइटेड स्टेट एजेंसी फॉर इंटरनेशनल डेवलेपमेंट (यूएसएआईडी) के साथ हाथ मिलाया है. इस दौरान रिलायंस फाउंडेशन की चेयरपर्सन नीता अंबानी मौजूद थीं. अमेरीकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की बेटी इवांका ट्रंप चीफ गेस्ट के तौर पर कार्यक्रम में मौजूद रहीं.


रिलायंस फाउंडेशन ने कहा कि वूमेंस ग्लोबल डेवलेपमेंट प्रोस्पेरिटी (डब्ल्यू-जीडीपी) इनिशिएटिव के अंतर्गत यूएस एजेंसी फोर इंटरनेशन डेवलपमेंट और रिलायंस फाउंडेशन भारत में जेंडर डिजिटल डिवाइड पर एक पुल की तरह काम करेगी.


रिलायंस फाउंडेशन ने बयान में कहा, ''इस साझेदारी की घोषणा कल डब्ल्यू-जीडीपी कार्यक्रम में की गई थी. इसकी मेजबानी अमेरिका के डिप्टी सेक्रेटरी स्टीफन बेजगुन ने की. कार्यक्रम में यूएसएआईडी के उप-प्रशासक बोनी ग्लिक भी शामिल रहे.''


नीता अंबानी क्या बोलीं?


कार्यक्रम में नीता अंबानी ने कहा, "मुझे यह घोषणा करते हुए खुशी और गर्व है कि यूएसएआईडी के साथ साझेदारी करके रिलायंस फाउंडेशन और डब्ल्यू-जीडीपी साथ आ रहे हैं. हम 2020 में भारत भर में एक साथ डब्ल्यू-जीडीपी वुमनकनेक्ट चैलेंज लॉन्च करेंगे. हमारा साझा लक्ष्य, भारत में लिंग भेद और डिजिटल विभाजन दोनों के खात्में का है.


उन्होंने आगे कहा, ''जब महिलाएं जागती है तो वो परिवारों, समाज और देश की प्रगति के नए रास्ते खोलती हैं. सही मायनों में विकसित विश्व तो उसी को कहा जा सकता है जिसमें सबसे बराबरी का व्यवहार होता हो."






अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने 2019 में दुनिया भर में महिलाओं के आर्थिक सशक्तिकरण के लिए वूमेंस ग्लोबल डेवलेपमेंट प्रोस्पेरिटी (डब्ल्यू-जीडीपी) इनिशिएटिव को लॉन्च किया था. इसको बनाने में इवांका ने महत्वपूर्ण भूमिका अदा की थी.