देश में कोरोना के विस्फोट के बीच केन्द्र की लोगों को सलाह, घर के अंदर भी पहनें मास्क
नीति आयोग ने लोगों को कोरोना से बचने के लिए सलाह दी है कि लोग अब घरों के अंदर भी मास्क का इस्तेमाल करें. खासतौर पर उस वक्त जब परिवार के सभी लोग एकत्रित हों.
पूरे देश में कोरोना का कहर कम होने का नाम नहीं ले रहा. लगातार पांचवे दिन देशभर में आने वाले नए संक्रमित मरीजों की संख्या साढ़े तीन लाख से अधिक रही. ऐसे हालात में कोरोना से बचने के लिए नित नए उपाय और सुझाव सामने आ रहे हैं. केन्द्र सरकार के नीति आयोग ने लोगों को कोरोना से बचने के लिए सलाह दी है कि लोग अब घरों के अंदर भी मास्क का इस्तेमाल करें. खासतौर पर उस वक्त जब परिवार के सभी लोग एकत्रित हों. नीति आयोग ने ये भी सुझाव दिया है कि इस वक्त घर में किसी मेहमान को आमंत्रित न किया जाए.
समय आ गया है कि घरों के अंदर भी मास्क पहनें
नीति आयोग के सदस्य और टीकाकरण को लेकर बनाए गए सरकार के समूह के प्रमुख डॉ. वी के पाल ने सोमवार कोविड को लेकर की जाने वाली साप्ताहिक ब्रीफिंग के दौरान कहा- “अब समय आ गया है जब लोग घरों के अंदर भी मास्क पहनना शुरू कर दें, खासतौर पर जब परिवार के सदस्य इकट्ठे बैठे हों.” उन्होंने कहा कि मास्क प्रोटोकॉल का पालन उस वक्त करना तो बहुत ही जरूरी है जब घर का कोई सदस्य कोविड के कारण आइसोलेशन में हो.
क्या करें यदि RT-PCR रिपोर्ट न मिले
डॉ पॉल ने कहा- “इन परिस्थितियों में मास्क बेहद जरूरी है. जब तक बहुत ज्यादा आवश्यक न हो घर के बाहर कतई न जाएं. परिवार के साथ रहें. परिवार के बीच रहने के दौरान भी मास्क पहनें. किसी को भी घर के अंदर न आनें दें. हमें अपनी पूरी क्षमता के साथ अपनी और अपने परिवार की सुरक्षा करनी है.” देश भर के कोरोना के तेजी से बढ़ते संक्रमण के बीच RT-PCR टेस्ट कराने को लेकर भी संकट पैदा हो गया है. ऐसे में यदि किसी व्यक्ति में कोविड के लक्षण दिखाए देते हैं तो उसे कोविड पॉजिटिव मानकर उसका इलाज किया जाना चाहिए, भले ही उसकी रिपोर्ट प्राप्त नहीं हो सकी हो.
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