नई दिल्ली: नीति आयोग के सदस्य और कोरोना वैक्सीन के लिए बने राष्ट्रीय एक्सपर्ट कमिटी के चेयरमैन डॉ वी के पॉल ने कहा है कि सरकार जल्द ही कोरोना जांच के दिशानिर्देशों की समीक्षा करेगी. डॉ पॉल के मुताबिक़ ऐसा इस बात की संभावना तलाशने के लिए किया जाएगा कि लोगों को मांग के आधार पर कोरोना की जांच की सुविधा मिल सके. फ़िलहाल शर्तों के साथ ही कोरोना की जांच सम्भव है.


मंगलवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में डॉ वी के पॉल ने कहा कि कोरोना की जांच की संख्या लगातार बढ़ रही है और अब प्रतिदिन क़रीब 9 लाख जांच की जा रही है. उन्होंने कहा कि सरकार चाहती है कि महामारी की स्थिति में जो भी साधन मौजूद हैं उनका ज़्यादा से ज़्यादा सही उद्देश्य के लिए इस्तेमाल हो सके.


भारत ने पीपीई किट और वेंटिलेटर का निर्यात शुरू किया


प्रेस कॉन्फ्रेंस में मौजूद केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने बताया कि भारत ने पीपीई किट और वेंटिलेटर का निर्यात शुरू कर दिया है. जुलाई में जहां 23 लाख पीपीई किट निर्यात किए गए वहीं अगस्त में अबतक 15.07 लाख पीपीई किट का निर्यात किया जा चुका है. राजेश भूषण ने बताया कि जुलाई में पीपीई किट का निर्यात अमेरिका, यूके, संयुक्त अरब अमीरात, सेनेगल और स्लोवेनिया को किया गया जबकि अगस्त में अमेरिका और स्लोवेनिया को उसका निर्यात किया जा चुका है.


राजेश भूषण ने ये भी कहा कि पिछले 5 दिनों में कोरोना के नए मामलों और मौतों की रोज़ाना संख्या में लगातार कमी देखी जा रही है. हालांकि उन्होंने कहा कि महज पांच दिनों के रुझान से कोई भी अंदाज़ा लगाना मुश्किल है और इसलिए लोगों को सभी सावधानियां लगातार बरतने की ज़रूरत है.


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