नई दिल्ली: सतत विकास के लक्ष्यों (एसडीजी) की दिशा में राज्यों की प्रगति संबंधी नीति आयोग की इस साल की रिपोर्ट में केरल, हिमाचल प्रदेश और आंध्र प्रदेश शीर्ष प्रदर्शन करने वाले राज्यों के रूप में उभरे हैं. इसमें सामाजिक, आर्थिक और पर्यावरण के क्षेत्र में राज्यों की प्रगति के आधार उनके प्रदर्शन को आंका जाता है और उनकी रैंकिंग की जाती है.
एसडीजी भारत सूचकांक, 2019 के अनुसार बिहार, झारखंड और अरूणाचल प्रदेश का प्रदर्शन सबसे खराब रहा. नीति आयोग के मुख्य कार्यपालक अधिकारी अमिताभ कांत ने सूचकांक जारी करते हुए कहा, ‘‘संयुक्त राष्ट्र का 2030 का एसडीजी लक्ष्य भारत के बिना कभी भी हासिल नहीं किया जा सकता...हम स्वस्थ विकास के संयुक्त राष्ट्र में तय लक्ष्यों को हासिल करने के लिये पूरी तरह प्रतिबद्ध हैं.’’
रिपोर्ट के अनुसार उत्तर प्रदेश, ओड़िशा और सिक्किम में 2018 के मुकाबले अच्छी प्रगति देखने को मिली जबकि गुजरात जैसे राज्यों की रैंकिंग में कोई बदलाव नहीं हुआ. भारत का इस मामले में समग्र प्राप्तांक सुधरकर 2019 में 60 पर पहुंच जो 2018 में 57 था.
नीति आयोग द्वारा तैयार एसडीजी-भारत -सूचकांक में संयुक्त राष्ट्र की एसडीजी के 17 क्षेत्रों में से 16 को रखा गया है. सूचकांक तैयार करते समय राज्यों के प्रदर्शन को 100 संकेतकों की तात्कालिक स्थिति का आकलन किया जाता है. संयुक्त राष्ट्र ने ऐसे 306 संकेतकों को की पहचान की है.