शिवसेना, एनसीपी और कांग्रेस के बीच अवसरवाद का गठबंधन, ये स्थिर सरकार नहीं दे पाएगी- नितिन गडकरी
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने दावा किया कि शिवसेना, कांग्रेस और एनसीपी मिलकर महाराष्ट्र में स्थिर सरकार नहीं दे पाएंगे. उन्होंने इस गठबंधन को अवसरवाद का गठबंधन करार दिया.
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नई दिल्ली: केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने शिवसेना, एनसीपी और कांग्रेस की बनने जा रही सरकार पर कहा कि ये ज्यादा दिनों तक नहीं चलेगी. उन्होंने कहा कि ये गठबंधन बिना सिद्धांत और विचारों वाला है. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि शिवसेना के विचारों से कांग्रेस तालमेल नहीं रखती और कांग्रेस जिस विचारों पर चलने वाली पार्टी है उसका शिवसेना विरोध करती है.
नितिन गडकरी ने कहा, ‘’इनमें वैचारिक तालमेल नहीं है. शिवसेना जिस विचारधारा पर चलती है उसका कांग्रेस पूरी तरह विरोध करती है और कांग्रेस जिस विचारों पर चलती है शिवसेना उसका विरोध करती है. एनसीपी भी शिवसेना के विचारों से तालमेल नहीं रखती है. विचारों और सिद्धांतों के आधार पर ये अलायंस नहीं हुई है. ये अपॉरचुनिज्म (अवसरवाद) का अलयांस है. ये टिकेगी नहीं और महाराष्ट्र में स्थिर सरकार भी नहीं दे पाएगी. एक प्रकार से महाराष्ट्र का काफी नुकसान होगा. मुझे लगता है कि अस्थिर सरकार महाराष्ट्र के लिए अच्छी नहीं होगी. सिद्धांतहीन होने के कारण ये टिक नहीं पाएगी.’’
Union Minister Nitin Gadkari on Maharashtra govt formation: This(Shiv Sena-NCP-Congresss) is an alliance of opportunism, they will not be able to give Maharashtra a stable Government https://t.co/NMeH7S0GN8 pic.twitter.com/58ZHrqshk5
— ANI (@ANI) November 22, 2019
इसके साथ ही उन्होंने कहा कि बीजेपी और शिवसेना के बीच जो गठबंधन था वो हिंदुत्व पर आधारित था. जब उनसे पूछा गया कि बीजेपी की तरफ से ऐसी क्या कमी रह गई कि शिवसेना के साथ अलायंस होने के बावजूद भी सरकार नहीं बन पाई. इसका जवाब देते हुए उन्होंने कहा, ‘’ये इतिहास तो सब को पता है. भाजपा और सेना की जो अलायंस थी वो हिंदुत्व के विचार पर आधारित थी. इस वजह से ये देश की राजनीति में सबसे लंबी अलायंस साबित हुई है. आज भी हमारे विचारों में मत भिन्नता नहीं है. इसलिए इस प्रकार का अलायंस नहीं रहना देश के लिए विचारधारा के लिए हिंदुत्व के लिए और विशेष रूप से महाराष्ट्र और मराठी मानुष के लिए ठीक नहीं है.’’
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