नई दिल्ली: दुनिया में कई जगहों पर ड्राईवरलेस कारों का परीक्षण किया जा रहा है. गूगल समेत कई दिग्गज कंपनियां इस पर काम कर रही हैं कि कैसे ड्राइवरलेस कारें सड़कों पर उतारी जाएं. माना जा रहा है कि ऐसा करने से AI (आर्टिफीशियल इंटेलीजेंस) की मदद से दुर्घटनाओं को कम किया जा सकेगा.


वहीं भारत के केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने कहा है कि भारत में बिना चालक वाली कारों (ड्राइवरलेस) को अनुमति नहीं दी जाएगी क्योंकि इससे लाखों लोगों का रोजगार छिन जाएगा.



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गडकरी ने मंगलवार को कहा कि देश की कई बड़ी हस्तियां मुझसे मिली हैं जिनका कहना है कि वे देश में चालक रहित वाहन लाना चाहती हैं. मैंने उनसे स्पष्ट कर दिया है कि जब तक मैं हूं, मैं देश में ऐसी गाड़ियों की अनुमति नहीं दूंगा. मुझे यह कहा गया कि क्या मैं नई प्रौद्योगिकी का विरोध कर रहा हूं. मैंने कहा कि ऐसा बिल्कुल नहीं है.


गडकरी ने यहां खादी एवं ग्रामोद्योग आयोग (केवीआईसी) द्वारा चमड़े की टूल किट के वितरण समारोह में कहा कि देश में 40 लाख ड्राइवर हैं. 25 लाख ड्राइवरों की कमी है. मैं एक करोड़ लोगों का रोजगार नहीं छीन सकता.