Nitin Gadkari Threat Call: केंद्रीय सड़क और परिवहन मंत्री नितिन गडकरी को कुछ दिनों पहले नुकसान पहुंचाने की धमकी मिली थी. जिसके बाद अब महाराष्ट्र पुलिस ने मामले को लेकर एक नया खुलासा किया है. पुलिस अधिकारी ने गुरुवार 13 अप्रैल को दावा किया कि धमकी देने के आरोप में गिरफ्तार एक व्यक्ति के दाऊद इब्राहिम गिरोह और प्रतिबंधित संगठनों लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) और पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) से संबध की बात सामने आई है.


मामले की पहले जानकारी देते हुए पुलिस ने बताया था कि फोन करने वाले ने खुद को जयेश पुजारी उर्फ जयेश कांत बताया था. उन्होंने कहा कि जयेश पुजारी पर पहले जनवरी में और फिर मार्च में धमकी भरे फोन करने का आरोप है. इसके अलावा जयेश पुजारी मर्डर के मामले में भी दोषी साबित हो चुका है.


उसे बनाया गया है कट्टरपंथी
जयेश के खिलाफ शहर की धंतोली पुलिस ने गैरकानूनी गतिविधि (रोकथाम) अधिनियम (यूएपीए) लगाया है. नागपुर के पुलिस आयुक्त अमितेश कुमार ने गुरुवार (13 अप्रैल)  को कहा कि जांच से पता चला है कि उसके दाऊद गिरोह, पीएफआई और लश्कर से संबंध थे. पुलिस आयुक्त ने बताया कि उसे कट्टरपंथी बनाया गया है. वह जेल में दाऊद गैंग के अन्य सदस्यों के साथ साजिश रच रहा था.


क्या है मामला?
नितिन गडकरी के पास धमकी भरा फोन आया था जिसमें शख्स ने उनसे 10 करोड़ रुपये की मांग की थी. साथ ही उसने रुपये न मिलने पर गडकरी को नुकसान पहुंचाने की धमकी दी थी. जानकारी के मुताबिक फोन गडकरी के जनसंपर्क कार्यालय में तीन बार किया गया था. इसमें दो बार सुबह फोन आया था और एक बार दोपहर को. इसके पहले जनवरी में भी खुद को पुजारी बताने वाले एक व्यक्ति ने गडकरी के कार्यालय में फोन किया था. उस समय आरोपी ने 100 करोड़ रुपये की मांग की थी. 


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