भारत में सड़क हादसे में मरने वाले लोगों की संख्या दुनियाभर में सबसे ज्यादा है. केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने सड़क दुर्घटनाओं को लेकर चिंता जताई है. उन्होंने कहा कि सड़क हादसों में मरने वालों की संख्या के मामले में भारत दुनिया में सबसे ऊपर है. राज्यसभा में एक लिखित उत्तर में केंद्रीय मंत्री गडकरी ने कहा कि इंटरनेशनल रोड फेडरेशन, जिनेवा द्वारा लाए गए विश्व सड़क सांख्यिकी (World Road Statistics) 2018 के ताजा आंकड़ों के आधार पर भारत सड़क दुर्घटनाओं की संख्या के अनुसार तीसरे स्थान पर है. गडकरी ने कहा कि भारत सड़क दुर्घटनाओं में मारे गए लोगों की संख्या के अनुसार नंबर 1 और घायल लोगों की संख्या के अनुसार तीसरे स्थान पर है.


सड़क हादसे में भारत में सबसे ज्यादा मौतें


केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने आगे बताया कि साल 2020 में 69.80 फीसदी ऐसे लोगों की सड़क हादसे में जान गई जिनकी उम्र 18 से 45 वर्ष की थी. एक अलग सवाल का जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि कुल 22 ग्रीनफील्ड हाईवे विकास की परिकल्पना की गई है. उन्होंने कहा कि हर साल देश में लाखों लोग सड़क दुर्घटना का शिकार होते हैं. जिनमें ज्यादातर सड़क दुर्घटनाएं दोपहिया गाड़ियों से संबंधित होती हैं. इन हादसों में बड़ी संख्या में लोगों की जान चली जाती है. कई लोग गंभीर चोट का शिकार हो जाते हैं तो कुछ भीषण हादसों की वजह से पैरालाइज्ड हो जाते हैं. 


सड़क हादसे की क्या है वजह?


भारत में हर साल हजारों लोगों की जान सड़क हादसे की वजह से चली जाती है. केंद्रीय मंत्री नितिन गड़करी ने बताया कि सड़क हादसों की वजहे हो सकती हैं. उन्होंने बताया कि कई सड़क हादसे यातायात नियमों के उल्लंघन की वजह से होती है. कुछ सड़क दुर्घटना वाहन में तकनीकी गड़बड़ी की वजह से भी हो जाती है. वही कुछ सड़क दुर्घटनाएं खराब सड़क और रोड के डिजाइन में खराबी की वजह से भी होती है. भारत सरकार सड़क दुर्घटनाओं और उनसे जुड़ी मौतों की संख्या कम करने के लिए लगातार कोशिश और कड़े नियमों के लागू करने पर फोकस कर रही है.


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