Bihar Floor Test: बिहार में नीतीश कुमार सरकार के फ्लोर टेस्ट का क्या है गणित, क्या सीबीआई छापे से है कोई चुनौती, जानें
Mahagathbandhan Govt Floor Test: बिहार विधानसभा में आज महागठबंधन की नई नीतीश सरकार को बहुमत साबित करना है, आइये जानते हैं क्या है इसका गणित.
Nitish Kumar Govt Floor Test: बिहार (Bihar) में जेडीयू-आरजेडी (JDU-RJD) वाले महागठबंधन (Mahagathbandhan) की नई सरकार बनने के 13 दिन बाद आज फ्लोर टेस्ट (Bihar Floor Test) हो रहा है. विधानसभा में नीतीश कुमार (Nitish Kumar) सरकार को बहुमत साबित करना है. माना जा रहा है कि महागठबंधन की सरकार बहुमत आसानी हासिल कर लेगी क्योंकि उसके पास जरूरी 122 विधायकों के मुकाबले 164 की संख्या है.
दरअसल, सदन में उपस्थित और मत देने वाले सदस्यों के कम से कम दो-तिहाई मत को बहुमत कहा जाता है, जो कि सदन की कुल सदस्य संख्या के 50 फीसदी से ज्यादा होता है. बिहार विधानसभा में कुल 243 सीटें हैं, जबकि एक सीट मोकामा से आरजेडी विधायक अनंत सिंह की सदस्यता जाने के बाद से खाली है.
किस दल के पास कितनी सीटें
बिहार में 2020 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने 74 सीटें जीती थीं, आरजेडी ने 75 सीटों पर जीत दर्ज की थी और जेडीयू के खाते में 43 सीटें आई थीं. इसके अलावा, कांग्रेस 19, भाकपा माले 12, सीपीआईएमएल 2, एआईएमआईएम 5, हिंस्तानी आवाम मोर्चा 4, वीआईपी 4, एलजेपी 1, बीएसपी 1 और निर्दलीय उम्मीदवार ने 1 सीट जीती थी.
महागठबंधन में आरजेडी और जेडीयू के अलावा, कांग्रेस, वाम पार्टियां और जीतनराम मंझी की पार्टी हिंदुस्तान आवाम मोर्चा शामिल हैं. इस प्रकार नीतीश कुमार सरकार के पास बहुमत के आंकड़े के लिए पर्याप्त विधायकों की संख्या मानी जा रही है.
क्या बहुमत के लिए महागठबंधन सरकार के सामने है किसी प्रकार की चुनौती?
बिहार में आरजेडी के चार नेताओं के खिलाफ आज सीबीआई ने छापा मारा है, इस बीच मामले को आज के फ्लोर टेस्ट से जोड़कर देखा जा रहा है. हालांकि, आरजेडी के जिन चार नेताओं के ठिकानों में सीबीआई ने छापा मारा है, उनका आज के फ्लोर टेस्ट से कुछ भी लेना देना नहीं है. दरअसल, सीबीआई ने आरजेडी के एमएलसी सनील कुमार, आरजेडी के पूर्व एमएलसी सुबोध रॉय और आरजेडी से दो राज्यसभा सांसदों अशफाक करीम और फैयाज अहमद के ठिकानों पर छापा मारा है जबकि फ्लोर टेस्ट में विधायक हिस्सा लेंगे.
इस बीच बिहार विधानसभा के स्पीकर विजय कुमार सिन्हा को लेकर भी घमासाम छिड़ा है. नीतीश सरकार उनसे इस्तीफे के लिए कह रही है, जेडीयू-आरजेडी सरकार उनके खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाई है. वहीं, अब तक सिन्हा ने इस्तीफा नहीं दिया है. उन्होंने अविश्वास प्रस्ताव पर सवाल खड़े करते हुए उसे अवैधानिक बताया है.
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