Himanta Bishwa Sharma Comment: असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिश्व शर्मा ने बिहार में चल रहे राजनीतिक उथल पुथल पर चुटकी ली है. उन्होंने नीतीश कुमार द्वारा महागठबंधन से हाथ मिलाने वाले प्रकरण पर कहा है कि जो लोग छह महीने में पार्टियां बदलना चाहते हैं. नीतीश कुमार उनके मार्गदर्शक हैं. नीतीश कुमार ने आठवीं बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ली है. जबकि राजद के तेजस्वी यादव ने उप मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली.
हिमंत बिश्व शर्मा ने क्या कहा?
हिमंत बिश्व शर्मा 2015 में कांग्रेस पार्टी को छोड़कर बीजेपी में चले गए थे. इस पर उन्होंने कहा कि वह नीतीश कुमार जैसे नहीं है. उन्होंने सवाल पूछते हुए कहा कि आप कैसे गारंटी दे सकते हैं कि नीतीश कुमार 6-8 महीने के बाद फिर से उस गठबंधन से बाहर नहीं जाएंगे? वह अप्रत्याशित हैं. हमने राजनीतिक दल बदला है, लेकिन उनकी तरह नहीं. वह हर उस व्यक्ति के लिए 'मार्गदर्शक' हैं जो हर छह महीने में पार्टी बदलना चाहता है.
शपथ लेने के बाद नीतीश कुमार ने क्या कहा?
नीतीश कुमार ने कहा कि बीजेपी को छोड़ने का फैसला पार्टी ने किया है. वह पिछले चुनाव के बाद मुख्यमंत्री नहीं बनना चाहते थे, लेकिन पद संभालने के लिए बहुत दबाव डाला गया. जब तेजस्वी यादव से बातचीत हुई तो फैसला हो गया. नीतीश कुमार ने 2024 में होने वाले आम चुनावों से पहले विपक्ष को एकजुट होने का आह्वान किया है. एनडीए के खिलाफ उनके कदम के बाद से राजनीतिक क्षेत्र में उनकी 'राष्ट्रीय महत्वाकांक्षाओं' के दौर से उनके भविष्य के बारे में अटकलें तेज हो गई हैं. जिसे उन्होंने 2017 में फिर से जोड़ा था. हालांकि मुख्यमंत्री ने शपथ लेने के बाद ऐसी किसी भी अटकलों को खारिज कर दिया था.
2014 में आए, 2024 की विजय पर उठाए सवाल
नीतीश कुमार ने कहा कि जो 2014 में सत्ता में आए. क्या वे 2024 में विजयी होंगे? वह चाहते हैं कि 2024 के लिए सभी (विपक्ष) एकजुट हों. इस तरह के किसी भी पद (प्रधान मंत्री पद पर) के लिए दावेदार नहीं हूं. नीतीश कुमार ने बीजेपी पर यह आरोप लगाया कि पार्टी जदयू को तोड़ने की कोशिश कर रही है. मंगलवार को महागठबंधन में राजनीतिक विरोधियों ने राजद के साथ हाथ मिला लिया था.
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