राबड़ी देवी की चिट्ठी पर सीएम नीतीश का निर्देश, घर की सुरक्षा व्यवस्था की जाए बहाल
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राबड़ी देवी की घर की सुरक्षा व्यवस्था को बहाल करने का निर्देश दिया है और इस संबंध में पूरी स्थिति पर जानकारी मांगी है.
पटना: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राज्य की पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी की चिट्ठी का संज्ञान लेते हुए पटना के 10 सर्कुलर रोड स्थित उनके सरकारी आवास की सुरक्षा व्यवस्था को बहाल करने का आज निर्देश दिया. मुख्यमंत्री कार्यालय से प्राप्त जानकारी के मुताबिक नीतीश कुमार को बेंगलुरू से पटना पहुंचते ही राबड़ी देवी की चिट्ठी से अवगत कराया गया.
राबड़ी देवी ने कहा था , 'मेरे और मेरे परिवार के साथ किसी भी प्रकार की अप्रिय घटना होती है तो उसकी जिम्मेवारी गृह विभाग और गृह विभाग के मंत्री की होगी.' राबड़ी देवी ने आज पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि उन्हें कोई सुरक्षा नहीं चाहिए. बिहार के लोग और उनकी पार्टी के कार्यकर्ता उनकी सुरक्षा का ख्याल रखेंगे. लेकिन यदि उनके परिवार के किसी भी सदस्य के साथ कोई अप्रिय घटना घटती है तो राज्य सरकार को इसके लिए जिम्मेदार ठहराया जाएगा."
सीएम नीतीश ने पूरी स्थिति पर जानकारी मांगी
चिट्ठी का संज्ञान लेते हुए मुख्यमंत्री ने गृह विभाग से पूरी स्थिति की जानकारी मांगी है कि कब, क्यों और किस स्तर पर दो पूर्व मुख्यमंत्रियों (लालू प्रसाद और उनकी पत्नी राबड़ी देवी) को जीवन भर के लिए आवंटित सरकारी आवास 10 सर्कुलर रोड की सुरक्षा व्यवस्था में परिवर्तन का फैसला लिया गया. मुख्यमंत्री ने उनके घर की सुरक्षा व्यवस्था को बहाल करने का निर्देश दिया है और इस संबंध में पूरी स्थिति पर जानकारी मांगी है.
गौरतलब है कि लालू यादव के रेल मंत्री काल में हुए होटल टेंडर मामले को लेकर सीबीआई द्वारा कल पटना के दस सर्कुलर स्थित सरकारी आवास पर राबड़ी देवी और तेजस्वी यादव से दिन में पूछताछ की गयी थी. बीती रात बुधवार को राबड़ी देवी के आवास पर मौजूद सुरक्षाकर्मियों को वापस बुला लिया गया था.
राबड़ी देवी ने कल मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को पत्र लिखकर कहा था कि पूर्वमुख्यमंत्री के आवास में आवासीय सुरक्षा के साथ साथ बीएमपी 2 के कमाण्डो की नियुक्ति 2005 में की गयी थी. उस समय से ये सुरक्षाकर्मी आवास के अंदर के सात पोस्टों के साथ-साथ पूर्व मुख्यमंत्री के सुरक्षाकर्मी के रुप में कार्य कर रहे थे.
पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी ने नीतीश कुमार को लिखे पत्र में कहा था कि उनके पति पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद जब 23 दिसंबर 2017 को जेल गये तब सरकार ने त्वरित कार्रवाई करते हुए उनके साथ नियुक्त सभी सुरक्षाकर्मियों को वापस ले लिया. जो बचे थे वे पूर्व मुख्यमंत्री को आवंटित आवास की सुरक्षा में तैनात थे. उन्होंने कहा था कि जिस तरह से सारे पोस्ट को खाली करवाकर कल रात के 12 बजे बीएमपी 2 के तैनात जवानों को आनन फानन में वापस ले लिया गया है. इससे उनके आवास के साथ उनकी और परिवार की सुरक्षा पूरी तरह से ध्वस्त हो गई है.
पूर्वमुख्यमंत्री ने कहा कि वे नीतीश कुमार और उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी की सरकार से स्पष्टीकरण चाहती हैं कि किस स्तर पर और क्यों इस तरह का निंदनीय फैसला लिया गया. इसके बाद ही वे तय करेंगी कि सुरक्षा व्यवस्था की बहाली को स्वीकार करना है या नहीं.