India Bloc Meeting: नीतीश कुमार ने INDIA गठबंधन का संयोजक बनने से किया इनकार, बैठक में ममता, अखिलेश-उद्धव भी नहीं हुए शामिल
INDIA गठबंधन की शनिवार को वर्चुअली बैठक हुई. इस बैठक में 14 दल के नेता शामिल हुए. ममता-उद्धव ने इस बैठक से किनारा कर लिया.
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने INDIA गठबंधन का संयोजक बनने से इनकार कर दिया. INDIA गठबंधन की शनिवार को हुई वर्चुअल बैठक में उन्हें संयोजक बनाने का प्रस्ताव लाया गया था. इसे उन्होंने ठुकरा दिया. समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खरगे INDIA गठबंधन के अध्यक्ष चुने गए हैं.
दरअसल, लोकसभा चुनाव में बीजेपी के मुकाबले के लिए बने 28 दलों के गठबंधन की शनिवार को अहम बैठक हुई. इस वर्चुअल बैठक में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, सोनिया गांधी, राहुल गांधी, एनसीपी चीफ शरद पवार, बिहार के सीएम नीतीश कुमार, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) के नेता सीताराम येचुरी, तमिलनाडु के सीएम और डीएमके चीफ स्टालिन समेत 14 दलों के नेता शामिल हुए. बैठक में पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी, सपा नेता अखिलेश यादव और शिवसेना (उद्धव गुट) चीफ उद्धव ठाकरे शामिल नहीं हुए.
सीट शेयरिंग, गठबंधन का संयोजक बनाने समेत तमाम मुद्दों पर बातचीत के लिए INDIA गठबंधन की शनिवार को बैठक बुलाई गई थी. विपक्षी गठबंधन के नेताओं ने इन मुद्दों पर बातचीत भी की. इस दौरान नीतीश ने संयोजक बनने से इनकार कर दिया.
ममता बनर्जी ने इस बैठक में शामिल नहीं हुईं. उनकी ओर से कहा गया था कि उन्हें बैठक की जानकारी देर से मिली और उनके पहले से कई कार्यक्रम तय हैं. ऐसे में वे विपक्षी गठबंधन की बैठक में शामिल नहीं होंगी. इसके अलावा महाराष्ट्र के पूर्व सीएम उद्धव ठाकरे भी वर्चुअली बैठक में नहीं जुड़े.
बैठक में कांग्रेस की भारत जोड़ो न्याय यात्रा पर भी चर्चा हुई. इससे पहले कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने शुक्रवार को ट्वीट कर बताया था कि बैठक में 14 जनवरी से मणिपुर में शुरू होने वाली भारत जोड़ो न्याय यात्रा में गठबंधन दलों की भागीदारी पर भी चर्चा होगी.
बंगाल में सीट शेयरिंग को लेकर फंसा है पेंच
भले ही ममता बनर्जी ने दूसरे कार्यक्रमों का हवाला देते हुए मीटिंग में आने से इनकार किया हो, लेकिन बंगाल में कांग्रेस और टीएमसी के बीच सीटों को लेकर जो टकराव देखने को मिल रहा है, वह किसी से छिपा नहीं है. टीएमसी बंगाल में कांग्रेस को 2 सीटें देने पर अड़ी है, जबकि कांग्रेस ज्यादा सीटें चाहती है. यही वजह है कि बंगाल में ममता की पार्टी के नेता और कांग्रेस नेता एक दूसरे पर खूब निशाना साध रहे हैं.