बिहार वापस आने वालों को 21 दिन क्वॉरंटीन में रहना होगा, छात्र-मजदूरों का सारा खर्च सरकार देगी- नीतीश कुमार
नीतीश कुमार ने कहा है कि जो भी छात्र और मजदूर वापस आ रहे हैं उनका रेल किराया राज्य सरकार देगी.
पटना: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज कई घोषणाएं की. नीतीश कुमार ने वीडियो जारी करते हुए केंद्र सरकार को ट्रेन चलाने के लिए धन्यवाद भी दिया. सीएम नीतीश ने कहा,'' हम सबसे पहले केंद्र सरकार को इस बात के लिए धन्यवाद देते हैं कि उन्होंने हमलोगों का जो सुझाव था कि प्रवासी मजदूर और छात्रों समेत पर्यटकों को वापस लाने में रेलगाड़ी के माध्यम से सुविधा हो, इस सुझाव को सरकार ने मान लिया है.''
नीतीश कुमार ने आगे कहा,'' कोटा से जो ट्रेन आना शुरु हुआ है उसके बार में एक जानकारी आपको दे दें. जो भी स्टूडेंट आ रहे हैं उनको कोई रेल का भाड़ा नहीं देना होगा. इसके लिए राज्य सरकार रेलवे को पैसा दे रही है. इसी तरह से हम लोगों ने यह निर्णय ले लिया है कि बिहार के जो भी लोग बाहर मजदूर के रुप में काम करते हैं या अन्य प्रकार से बाहर फंसे हुए हैं, उनका भी किराया राज्य सरकार देगी. अब कौन लोग आएंगे, किस तरह से आएंगे इसके बारे में केंद्र सरकार ने डिजास्टर मैनेजमेंट एक्ट-2005 के अंतर्गत गाइडलाईन जारी किया है. उस गाइड लाइन में उन्होंने स्पष्ट तौर पर सारी बातें कह दी है. जिसके बारे में विस्तृत जानकारी हमारे अधिकारियों ने भी दे दी है. किसी प्रकार का कोई कन्फ्यूजन नहीं रहना चाहिए.''
उन्होंने आगे कहा,'' जो लोग भी यहां आएंगे उनके लिए जिस स्टेशन पर रेलगाड़ी आएगी, वहां से उनको उनके प्रखंड मुख्यालय तक जांच कर ले जाया जाएगा. वहां उनके लिए क्वॉरंटीन सेंटर बनाया गया है और वहां सारे इंतजाम किए गए हैं.वहां उनको 21 दिनों तक रहना है. 21 दिनों तक रहने के बाद जब वो सेंटर से निकलेंगे तो उनको जितना भी पैसा उनका खर्च हुआ है, सब हम लोग देंगे.''
नीतीश कुमार ने कहा, ''उनके रहने का, भोजन का, आवासन का, उनके चिकित्सा का, उनकी देख रेख का जहां-जहां भी क्वॉरंटीन सेंटर बनाये गय़े हैं हमलोगों ने सारे इंतजाम किए हैं. जब लोग क्वारंटीन सेंटर से बाहर निकलेंगे तो जितना भी खर्च हुआ है उसके अलावे 500 रुपया राज्य सरकार और देगी. मिनिमम 1000 रुपया हर व्यक्ति को जो बाहर से आए हैं उनको दिया जाएगा.''
उन्होंने कहा,''आप जानते हैं जो हमारे बिहार के लोग बाहर थे उनको हमलोगों ने 1000 रुपया देने का निर्णय किया और जो जिनका भी एप्लीकेशन आया उस पर विचार करते हुए लगभग 19 लाख लोगों को दिया जा चुका है. अब कुछ ही लोग बचे हैं उनकी जांच की जा रही है उनको भी मिल जाएगा. हमलोग जो भी काम करते हैं लोगों के हित में करते हैं. हमने देखा कि इधर काफी बयानबाजी हो रही है, तो उसको देखते हुए हमने सोचा कि आपलोगों को बता दें. वरना लोगों को लाभ मिलता और वे अपने आप बताते.''
नीतीश कुमार ने आगे कहा,''बिहार के लोगों को इस बात के लिए हम अभिनंदन करते हैं कि हमारे बिहारवासी अधिकांश लोग नियमों का पालन कर रहे हैं और यही कारण है कि बिहार को उस तरह से परेशानी नहीं हो रही है जिस तरह बाहर से आने वाले किसी व्यक्ति के कारण से कुछ राज्यों को हो रही हैं. मैं सब लोगों से पुनः अपील करुंगा कि भयभीत होने की जरुरत नहीं है, सजग रहने की जरुरत है और अंततोगत्वा आप जान रहे हैं कि ये पूरी दुनिया में हो रहा है, ये सिर्फ हमलोगों के यहां कि बात नहीं है. अनेक जगहों पर बड़े पैमाने पर कोरोना का कहर जारी है. दुनिया के सबसे विकसित देश अमरीका में सबसे ज्यादा हुआ इसलिए इसको देखते हुए जो कुछ भी किया जा रहा है सब लोगों से यही अपील है कि इसका अनुपालन करें. यही जनहित में है यही सबलोगों के हित में है.''