बिहार: NDA विधायक दल की बैठक में कल नीतीश कुमार को चुना जाएगा गठबंधन का नेता
एनडीए के नवनिर्वाचित विधायकों की रविवार को बैठक में नीतीश कुमार को नेता घोषित किया जाएगा. इसके अलावा, बीजेपी के विधायक दल की भी होगी बैठक. दोनों बैठकों में राजनाथ सिंह रहेंगे मौजूद.
राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) के विधायक दल की संयुक्त बैठक आज होगी जिसमें नीतीश कुमार को गठबंधन का नेता चुना जायेगा. बैठक दोपहर 12.30 बजे नीतीश कुमार के घर पर होगी जिसमें नीतीश कुमार को नेता चुना जाएगा. इससे पहले सुबह 10.30 बजे बीजेपी ऑफिस में बीजेपी विधायक दल की बैठक होगी.
रक्षा मंत्री और बीजेपी के वरिष्ठ नेता राजनाथ सिंह इस बैठक में पर्यवेक्षक के तौर पर मौजूद रहेंगे. राजनाथ सिंह एनडीए की बैठक में भी मौजूद रहेंगे. गौरतलब है कि बीजेपी इस चुनाव में 74 सीट जीत कर एनडीए में सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभर कर आई है जबकि जेडीयू को 43 सीटें प्राप्त हुई है.
हालांकि, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित बीजेपी शीर्ष नेतृत्व ने नीतीश कुमार को अगला मुख्यमंत्री बनाने पर जोर दिया है. बिहार विधानसभा चुनाव की प्रक्रिया शुरू होने से पहले ही नीतीश कुमार को सत्तारूढ़ एनडीए की ओर से मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित किया गया था.
नीतीश कैबिनेट में होंगे कई नेए चेहरे
इस बार उनके मंत्रिमंडल में कई नए चेहरे शामिल होंगे. पिछली बार की तुलना में इस चुनाव में भाजपा जहां अधिक सीटें जीती हैं, वहीं जदयू की सीटों में गिरावट आई है. इस कारण यह तय माना जा रहा है कि मंत्रिमंडल में इस बार बीजेपी का दबदबा रहेगा.
इस बार बीजेपी ने 74 सीटें जीती हैं. पिछली बार की तुलना में इस बार बीजेपी के 21 अधिक विधायक जीतकर आए हैं. वहीं, जदयू के विजयी उम्मीदवारों की संख्या पिछली बार की 71 से घटकर 43 रह गई है. वहीं, विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) और हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (हम) के चार-चार विधायक जीतकर आए हैं.
नीतीश कैबिनेट में रहेगा बीजेपी का दबदबा
वैसे सूत्रों के मुताबिक, सरकार में शामिल होने के लिए राजग में फिलहाल कोई फार्मूला तय नहीं हुआ है, लेकिन कहा जा रहा है कि युवा चेहरे इस मंत्रिमंडल में देखने को मिलेंगे. यह भी अब तक तय नहीं है कि जदयू और भाजपा कोटे से कितने मंत्री बनेंगे. वैसे वीआईपी और हम के खाते में एक-एक मंत्री पद जाना तय माना जा रहा है.
इस बीच, हालांकि हम के प्रमुख और बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी पहले ही कह चुके हैं वे मंत्री पद के दावेदार नहीं हैं. नियम के मुताबिक बिहार के विधानसभा में सीटों की संख्या के मुताबिक अधिकतम 36 मंत्री बनाए जा सकते हैं. वैसे सूत्र यह भी बताते हैं कि मुख्यमंत्री के साथ सभी कोटे के मंत्रियों की संख्या नहीं भरी जाएगी. मंत्रिमकंडल में युवा चेहरों को प्रथमिकता दी जाएगी तथा सामाजिक समीकरणों का भी ध्यान रखा जाएगा.
बीजेपी ने सुशील मोदी को किया दिल्ली तलब
नई सरकार और नए मंत्रिमंडल गठन को लेकर बिहार भाजपा के नेता सुशील कुमार मोदी को दिल्ली तलब किया गया है. कहा जा रहा है कि सुशील मोदी को नई जिम्मेदारी देते हुए उपमुख्यमंत्री पद पर किसी दूसरे नेता को बैठाया जा सकता है.
इधर, जदयू की बात करें तो आठ मंत्री चुनाव हार गए हैं, जिनके कारण जदयू कोटे को नए नामों पर विचार करना होगा. कहा जा रहा है कि जदयू कोटे से 12 मंत्री बनाए जा सकते हैं जबकि भाजपा कोटे 18 से 20 मंत्री बन सकते हैं. इस बीच, भाजपा में नवनिर्वाचित विधायकों ने मंत्रीपद को लेकर लॉबिंग भी शुरू कर दी है। कई नेता पटना से दिल्ली तक ऐसे नेता अपनी-अपनी गोटी सेट करने में लग गए हैं।
बहरहाल, मंत्रिमंडल को लेकर अभी तस्वीर पूरी तरह साफ नहीं है, लेकिन इतना मामना जा रहा है कि इस मंत्रिमंडल में कई नए और युवा चेहरे होंगे वहीं चंपारण और मिथिलांचल के चेहरे मंत्रिमंडल में ज्यादा दिखेंगे।