पटना: बिहार में सत्ताधारी महागठबंधन में शामिल राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) के अध्यक्ष लालू प्रसाद के परिवार पर विपक्षी भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के नेता सुशील कुमार मोदी जमीन और मिट्टी घोटाले का आरोप लगाते रहे हैं. वहीं, अब बीजेपी ने दावा किया है कि इस मामले पर उक्त सभी कथित बेनामी संपत्ति के कागजात मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के करीबी की तरफ से ही उपलब्ध कराए जा रहे हैं. बिहार विधानसभा में प्रतिपक्ष के नेता और पूर्व मंत्री प्रेम कुमार ने गुरुवार को कहा, "वर्तमान समय में हमारी पार्टी सरकार में नहीं है, इस कारण हम लोगों की पहुंच भी सरकारी फाइलों तक नहीं है. लालू की संपत्ति का खुलासा करने के लिए जद (यू) के लोग ही हमारी मदद कर रहे हैं."


प्रेम कुमार ने हालांकि यह भी कहा कि कुछ मीडिया के लोगों की तरफ से भी कागज उपलब्ध कराए गए हैं. उन्होंने दावा किया कि नीतीश के करीबी के अलावा राजद के भी कई नेता हैं, जो लालू की बेनामी संपत्ति का सबूत उपलब्ध करा रहे हैं. उन्होंने कहा, "विपक्ष में शामिल होने के नाते हमारा यह सबसे पहला कर्तव्य बनता है कि राज्य में हो रहे घोटालों से जनता को वाकिफ करवाएं."


गौरतलब है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इन आरोपों को लेकर अब तक कोई बयान नहीं दिया है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी जद (यू) ने हालांकि बीजेपी के इन दावे को आधारहीन बताया है. जद (यू) के प्रवक्ता नीरज कुमार कहते हैं कि बीजेपी के इस दावे का कोई आधार नहीं है.

उल्लेखनीय है कि हाल के दिनों में मोदी ने लालू प्रसाद के पुत्र और वन और पर्यावरण मंत्री तेजप्रताप यादव पर बिना निविदा के पटना के संजय गांधी जैविक उद्यान में मिट्टी आपूर्ति करने का आरोप लगाते हुए 'मिट्टी घोटाले' का आरोप लगाया था. इसके बाद उन्होंने लालू प्रसाद के परिवार पर शराब का कारखाना खोलने के नाम पर एक कंपनी पर कब्जा करने सहित कई बेनामी संपत्ति अर्जित करने का आरोप लगाया है. लालू ने हालांकि कई मामलों में सफाई देते हुए इन आरोपों को खारिज कर दिया है.