पटना: आरजेडी नेता अब्दुल बारी सिद्दीकी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की मुलाकात ने बिहार की सियासत को नई हवा दे दी है. सोमवार को बाढ़ से हालात का जाएजा लेने दरभंगा पहुंचे नीतीश आरजेडी के बड़े नेता अब्दुल बारी सिद्दीकी के घर पहुंचे थे. इसी मुलाकात के बाद सवाल उठने लगा कि क्या एक बार फिर नीतीश और लालू की पार्टी में कोई खिचड़ी पक रही है.


यही सवाल एबीपी न्यूज ने जब सिद्दीकी से किया तो उनका जवाब भी चर्चा को हवा दे गया. सिद्दीकी ने कहा, ''मुलाकात, राजनीति में कोई हाथ बढ़ाएगा तो हम हाथ नहीं खींचेंगे. सिद्दीकी ने कहा नीतीश को हमने कंधे पर बिठाकर मुख्यमंत्री बनाया. अब उन्हें तय करना है कि उन्हें कितना जलील होना है. कोई हाथ बढ़ाएगा तो हाथ नहीं खींचेंगे'' सिद्दीकी ने कहा कि कुछ लोग का काम तुच्छ राजनीति करना है. वे अपने-अपने ढंग से मतलब निकाल रहे हैं. आरजेडी नेता ने कहा कि उन्हें इसमें कोई राजनीति नजर नहीं आ रही है.


सब इस मुलाकात का अपना-अपना मतलब निकाल रहे हैं. बीजेपी के राज्य सभा सांसद सीपी ठाकुर का बयान आया है. उन्होंने कहा कि अब्दुल बारी सिद्दीकी पुराने नेता हैं, उनसे नीतीश कुमार क्यों नहीं मिल सकते. इसके साथ सीपी ठाकुर ने ये भी कहा कि अगले में चुनाव में नीतीश कुमार ही मुख्यमंत्री का चेहरा होंगे.


वहीं डिप्टी सीएम सुशील मोदी ने कहा कि जेडीयू और बीजेपी के बीच सबकुछ ठीक है और आरजेडी डूबती नाव है. उन्होंने कहा कि 2020 में राज्य में होने वाले विधानसभा चुनाव में नीतीश कुमार ही एनडीए का चेहरा होंगे. लोकसभा चुनाव में महागठबंधन का सफाया हो जाने के बाद से लालू की पार्टी लगातार नीतीश पर नरम है. मोदी मंत्रिमंडल में जगह मिलने की बात हो या फिर धारा 370 जैसे मुद्दे, इन मुद्दों पर बीजेपी और नीतीश की दूरी जगजाहिर है.