नई दिल्ली: दिल्ली के निजामुद्दीन इलाके में स्थित तब्लीगी जमात के एक केन्द्र को कोरोना संक्रमण के संदेह में खाली करवाया जा रहा है. जानकारी के मुताबिक तब्लीगी जमात की बिल्डिंग में लगभग 1400 लोग मौजूद थे जिनमें 300 के करीबी विदेशी भी शामिल है. कोरोना संक्रमण के संदेह के बाद डॉक्टरों की एक टीम ने मौके पर पहुंचकर लोगो के स्वास्थ्य की जांच की.
मरकज में रुके लोगों को अस्पताल भेजा गया. जहां उनके स्वास्थ्य की जांच और निगरानी की जाएगी. मरकज में कोरोना संदिग्ध मामले की जानकारी पुलिस के पास कुछ दिनों पहले आई थी. इस मामले में पुलिस ने मरकज को दो बार नोटिस दिया है. पुलिस समीक्षा कर रही है और जरूरत पड़ने पर आगे एफआईआर भी दर्ज की जा सकती है.
केजरीवाल का मौलाना के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने का आदेश
वहीं दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दक्षिणी दिल्ली के निजामुद्दीन पश्चिम में तब्लीगी जमात का नेतृत्व करने के लिए एक मौलाना के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने का सोमवार को आदेश दिया. इसमें शामिल हुए कई लोगों में कोरोना वायरस के लक्षण सामने आये हैं. यह जानकारी सूत्रों ने दी.
सूत्रों ने कहा कि दिल्ली सरकार कोरोना वायरस के मामलों का पता लगाने के लिए मंगलवार को पास की कॉलोनियों में घर-घर एक अभियान शुरू करेगी.
अधिकारियों ने कहा कि दिल्ली पुलिस ने सोमवार को निजामुद्दीन पश्चिम के एक प्रमुख इलाके की घेराबंदी कर दी. यहां पिछले महीने आयोजित तब्लीगी जमात में शामिल हुए कई लोगों में कोरोना वायरस के लक्षण सामने आये हैं.
अधिकारियों ने कहा कि 2,000 से अधिक प्रतिनिधि एक से 15 मार्च तक निजामुद्दीन पश्चिम में आयोजित तब्लीगी जमात में शामिल हुए थे. इनमें इंडोनेशिया और मलेशिया से आये प्रतिनिधि भी शामिल थे. इस आशंका के बाद दक्षिण दिल्ली के इलाके को वस्तुत: सील कर दिया गया कि हो सकता है कि कुछ लोग कोविड-19 से संक्रमित हो गए हों.
राष्ट्रीय राजधानी में कोरोना वायरस के अब तक 97 मामले सामने आए हैं.
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