नई दिल्ली: निजामुद्दीन मरकज के प्रवक्ता शाहिद अली ने कहा कि मौलाना साद दिल्ली में ही हैं. वे कहीं फरार नहीं हुए हैं. मरकज के प्रवक्ता ने कहा कि अभी तक क्राइम ब्रांच ने मौलाना साद को कोई नोटिस जारी नहीं किया है. अगर क्राइम ब्रांच जांच में शामिल होने के लिए कहता है तो मौलाना साद जरूर जांच में शामिल होंगे. मौलाना साद निजामुद्दीन मरकज के प्रमुख हैं.


इस बीच आज दिल्ली पुलिस सूत्रों के अनुसार 1 मार्च को निजामुद्दीन मरकज में 8000 लोग थे. पुलिस अब उन सभी लोगों का पता लगा रही है कि वे अब कहां है और किन किन लोगों के सम्पर्क में रहे हैं?


इससे पहले बुधवार को पुलिस सूत्रों ने बताया था कि 28 मार्च के बाद से निजामुद्दीन इलाके में मौलाना साद को नहीं देखा गया है. उनके दो घर हैं. एक निजामुद्दीन में मरकज के पास और दूसरा दिल्ली के जाकिर नगर में है, लेकिन मौलाना साद कहां पर है ये कोई नहीं जानता.


वहीं केन्द्रीय गृह मंत्रालय के अधिकारी ने बताया कि देशभर में तब्लीगी जमात के सदस्यों सहित उनके संपर्क में आए करीब 9000 लोगों को पृथक रखा गया है. दिल्ली में तब्लीगी जमात के करीब 2000 सदस्यों में से 1804 को पृथक रखा गया है, जबकि 334 को अस्पतालों मे भर्ती कराया गया है. इसके अलावा स्वास्थ्य मंत्रालय के अधिकारी ने बताया कि कोरोना वायरस से संक्रमण के लगभग 400 पॉजिटिव मामले ऐसे पाए गए हैं जिनके तबलीगी जमात कार्यक्रम से संबंध हो सकते है.


बता दें कि प्रशासन ने मरकज की बिल्डिंग को बुधवार को खाली करा लिया. इसे खाली कराने में करीब 36 घंटे का वक्त लगा. मरकज में जहां बड़ी संख्या में लोग इकट्ठा हुए थे इस जगह को बाद में सैनिटाइज किया गया. फिलहाल पूरी बिल्डिंग को सील कर दिया गया है.