नई दिल्ली: दिल्ली में होने वाले दंगल पर देशभर की नजरे हैं. तीनों मुख्य दलों आम आदमी पार्टी, कांग्रेस और बीजेपी ने अपनी-अपनी तैयारियां शुरू कर दी हैं. इस बीच कांग्रेस ने विधानसभा चुनाव से पहले आम आदमी पार्टी के साथ गठबंधन की संभावना को खारिज कर दिया है. दिल्ली प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष सुभाष चोपड़ा ने कहा कि पार्टी चुनाव में अकेली लड़ेगी और दी दर्ज करेगी.


दरअसल ऐसी चर्चा सामने आई कि कांग्रेस और आम आदमी पार्टी गठबंधन कर सकती है, इसी पर प्रतिक्रिया देते हुए सुभाष चोपड़ा ने ये बात कही. बता दें कि बीते लोकसभा चुनाव में दोनों दलों के बीच गठबंधन को लेकर बातचीत हुई थी लेकिन सीटों को लेकर बात नहीं बन पाई.


उधर कांग्रेस ने दिल्ली विधानसभा चुनाव के मद्देनजर एक वाररूम तैयार किया है. इस वाररूम के उद्घाटन के मौके पर दिल्ली कांग्रेस के अध्यक्ष ने कहा, ‘‘दिल्ली में कांग्रेस किसी से कोई समझौता नहीं करेगी और अपने दम पर 70 विधानसभा क्षेत्रों में पूरी शक्ति के साथ चुनाव लड़ेगी.’’


सुभाष चोपड़ा ने फिर दोहराया कि दिल्ली के सभी बिजली उपभोक्ताओं को 600 यूनिट तक राहत पैकेज दिया जाएगा और शीला दीक्षित पेंशन योजना के अन्तर्गत पेंशन राशि को कांग्रेस शासन आने के बाद 5000 प्रति माह किया जाएगा. उन्होंने कहा कि इसका मकसद यह है दिल्ली में ओल्ड ऐज होम की जरुरत ही न पड़े. पिछले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के 'हाथ' खाली रह गए थे. कुल 70 विधानसभा सीटों में से अकेले 67 सीटें अरविंद केजरीवाल की पार्टी आम आदमी पार्टी के खाते में गई थीं. बची हुई तीन सीटें बीजेपी के खाते में गई थीं.