No Confidence Motion: लोकसभा में गुरुवार (10 अगस्त) को लगातार तीसरे दिन विपक्षी दलों के लाए गए अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा जारी है. इन तीन दिनों में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और कांग्रेस नेता राहुल गांधी सहित कई सांसद बोल चुके हैं.
इसी बीच एबीपी न्यूज को सूत्रों ने बताया कि अविश्वास प्रस्ताव पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बोलने के बाद और वोटिंग से पहले विपक्षी सांसद सदन से वॉकआउट कर सकते हैं. प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) ने बताया कि पीएम मोदी शाम को करीब चार बजे लोकसभा में अविश्वास प्रस्ताव पर बहस का जवाब देंगे.
विपक्षी दल क्यों वॉकआउट कर सकते हैं?
विपक्षी दलों के सांसदों का वॉकआउट करना इसलिए भी माना जा रहा है क्योंकि बीजेपी के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) के पास बहुुमत है. ऐसे में अविश्वास प्रस्ताव का गिरना तय है.
हालांकि विपक्षी गठबंधन 'इंडिया' के सांसद मानसून सत्र की शुरुआत से मणिपुर हिंसा को लेकर सदन के भीतर पीएम मोदी के बयान देने की मांग कर रहे हैं. विपक्षी पार्टियों का कहना है कि इसी मांग को देखते हुए अविश्वास प्रस्ताव लाया गया है.
चर्चा की शुरुआत करते हुए कांग्रेस के गौरव गोगोई ने भी कहा था कि विपक्षी गठबंधन इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस (इंडिया) मणिपुर मुद्दे पर सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव इसलिए लेकर आया है क्योंकि राज्य न्याय की मांग कर रहा है. उन्होंने सवाल उठाया था किया कि पीएम मोदी अब तक मणिपुर क्यों नहीं गये?
पीएम मोदी की सरकार के खिलाफ पहले भी लाया गया अविश्वास प्रस्ताव
न्यूज एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, जुलाई, 2018 में मोदी सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाया था. इसके समर्थन में सिर्फ 126 वोट पड़े थे, जबकि इसके खिलाफ 325 सांसदों ने वोट दिया था.
इनपुट भाषा से भी.