लोकसभा में छाया महाराष्ट्र का घमासान, सुप्रिया सुले ने BJP को घेरा, शिंदे और उद्धव गुट में भी चले जुबानी तीर, किसने क्या कहा?
Maharashtra Politics: लोकसभा में अविश्वास प्रस्ताव पर बहस के दौरान महाराष्ट्र की राजनीति का मुद्दा भी जोरों पर रहा. विपक्षी दलों ने केंद्र सरकार पर जमकर निशाना साधा.
No Confidence Motion Debate: महाराष्ट्र में राजनीतिक उथल-पुथल को लेकर लोकसभा में घमासान देखने को मिला. एनसीपी नेता सुप्रिया सुले ने बीजेपी पर केंद्र में 9 साल की सत्ता के दौरान 9 राज्य सरकारों को गिराने का आरोप लगाया. वहीं, शिवसेना (शिंदे गुट) सदस्य श्रीकांत शिंदे ने पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे पर निशाना साधा.
न्यूज एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, लोकसभा में अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा में भाग लेते हुए श्रीकांत शिंदे ने विपक्षी गठबंधन इंडिया पर कटाक्ष करते हुए इसे विनाशकारी गठबंधन बताया और कहा कि अगला चुनाव यूपीए के घोटालों और योजनाओं के मुद्दे पर लड़ा जाएगा. शिंदे ने ठाकरे के नेतृत्व वाली महाराष्ट्र सरकार पर कोरोना महामारी से निपटने के लिए कदम उठाने के बजाय भ्रष्ट आचरण में लिप्त होने का भी आरोप लगाया.
अरविंद सावंत ने बीजेपी पर साधा निशाना
वहीं, शिवसेना (UBT) के सदस्य अरविंद सावंत ने बीजेपी पर निशाना साधा और दावा किया कि सत्तारूढ़ दल ने एनसीपी के नेताओं को गले लगा लिया है, जिसे उसने स्वाभाविक रूप से भ्रष्ट पार्टी बताया था और यहां तक कि उन्हें महाराष्ट्र सरकार में मंत्री भी बनाया था. सावंत ने महाराष्ट्र में कोरोना महामारी से निपटने के लिए उद्धव ठाकरे की आलोचना करने के लिए शिंदे पर पलटवार किया.
अरविंद सावंत ने दावा किया कि कोरोना संकट से निपटने में उद्धव ठाकरे के तरीके की डब्ल्यूएचओ जैसे वैश्विक संगठन ने भी सराहना की है. वहीं, केंद्रीय मंत्री नारायण राणे की सावंत से तीखी नोकझोंक हुई. महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री राणे ने कहा कि ठाकरे के नेतृत्व में शिवसेना काफी कमजोर हो गई. शिवसेना के पास अब बाघ जैसी दहाड़ नहीं रही. अब ये म्याऊं-म्याऊं करने वाली बिल्ली बनकर रह गई है.
क्या बोलीं सुप्रिया सुले?
बारामती से एनसीपी सांसद सुप्रिया सुले ने कहा कि पिछले 9 सालों में केंद्र सरकार ने मणिपुर और महाराष्ट्र के कुछ हिस्सों सहित संस्थानों और कानून व्यवस्था की स्थिति को नष्ट कर दिया है. सुले ने कहा, बीजेपी ने पिछले 9 सालों में 9 राज्य सरकारों (अरुणाचल, उत्तराखंड, मणिपुर, मेघालय, कर्नाटक, गोवा, मध्य प्रदेश, पुडुचेरी और महाराष्ट्र) को दो बार गिराया है. 9 राज्यों में सरकारें गिराने वाली पार्टी को अलग पार्टी कैसे कहा जा सकता है.
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