No Confidence Motion: लोकसभा में मंगलवार (8 अगस्त) को मोदी सरकार के खिलाफ विपक्ष के अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा शुरू हो चुकी है. अविश्वास प्रस्ताव पर लोकसभा में 16 घंटे का समय तय किया गया है. पहले यह 12 घंटे था, जिसे बाद में बढ़ाया गया. अविश्वास प्रस्ताव पर वोटिंग के पहले आइए जानते हैं लोकसभा में वोटों का गणित क्या है और मोदी सरकार के लिए ये अविश्वास प्रस्ताव कितना मुश्किल है. 2024 के चुनाव से पहले इस टेस्ट में क्या मोदी सरकार पास होगी?


वर्तमान में लोकसभा में 538 सदस्य हैं. यानी सरकार को बहुमत सिद्ध करने के लिए 270 सांसदों के वोट की जरूरत होगी. अभी की बात करें तो पीएम मोदी के नेतृत्व वाले एनडीए के पास 331 का नंबर है, जबकि अविश्वास प्रस्ताव के पेश करने वाले इंडिया गठबंधन के सदस्यों के पास 144 सांसद हैं.


अगर पास हुआ प्रस्ताव तो क्या होगा?


अविश्वास प्रस्ताव पास होने का मतलब है कि सत्ताधारी दल के पास सरकार के चलाने के लिए जरूरी बहुमत नहीं है. अर्थात विपक्ष का अविश्वास प्रस्ताव पास हो जाता है तो मोदी सरकार समेत पूरे मंत्रिमंडल को इस्तीफा देना होगा. इसके बाद नई सरकार के गठन की प्रक्रिया शुरू होगी. हालांकि, ऊपर दिए गए नंबर बता रहे हैं कि ऐसा नहीं होने वाला है और मोदी सरकार को कोई खतरा नहीं है.


हार निश्चित तो विपक्ष क्यों लाया प्रस्ताव?


लोकसभा में सीटों के नंबर गेम से साफ है कि विपक्ष का यह अविश्वास प्रस्ताव गिरने जा रहा है. सवाल ये है कि विपक्ष ये जानने के बाद भी इसे क्यों लाया? इसका जवाब विपक्ष के नेता खुद देते हैं. गौरव गोगोई ने चर्चा की शुरुआत में साफ कर दिया कि वे मणिपुर पर जवाब चाहते हैं. गोगोई ने कहा, हम यह अविश्वास प्रस्ताव लाने को मजबूर हैं. यह कभी भी नंबर के बारे में नहीं था, बल्कि मणिपुर के न्याय के बारे में था.


दरअसल, विपक्ष मणिपुर के मुद्दे पर पीएम मोदी से सदन के अंदर जवाब की मांग कर रहा है. 20 जुलाई को जब मानसून सत्र शुरू हुआ, तब से ही इस मांग को लेकर सदन में हंगामा शुरू हो गया था. इसके बाद विपक्ष ने रणनीति बनाई कि अगर अविश्वास प्रस्ताव पेश किया जाता है तो प्रधानमंत्री को बोलना ही होगा. नियम के मुताबिक, अविश्वास प्रस्ताव पर सदन के नेता को जवाब देना होता है. ऐसे में विपक्ष की कोशिश है कि प्रस्ताव भले ही गिर जाए लेकिन प्रधानमंत्री को सदन में बोलने के लिए मजबूर करके वह एक नैतिक जीत तो हासिल कर लेगा.


लोकसभा में नंबर गेम


एनडीए



  • बीजेपी- 301

  • शिवसेना (शिंदे गुट)- 12

  • एलजेपी- 6

  • अपना दल (एस)- 2

  • एनसीपी (अजित गुट)- 1

  • आजसू- 1

  • एआईएडीएमके- 1

  • मिजो नेशनल फ्रंट- 1

  • नागा पीपुल्स फ्रंट- 1

  • नेशनल पीपुल्स पार्टी- 1

  • नेशनलिस्ट डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव पार्टी- 1

  • सिक्किम क्रांतिकारी मोर्चा के पास- 1 

  • निर्दलीय- 2

  • कुल- 331



INDIA गठबंधन का नंबर



  • कांग्रेस- 50

  • डीएमके- 24

  • टीएमसी- 23

  • जेडीयू- 16

  • शिवसेना (उद्धव गुट)- 7

  • एनसीपी (पवार गुट)- 4

  • सीपीएम- 3

  • समाजवादी पार्टी- 3

  • नेशनल कॉन्‍फ्रेंस- 3

  • इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग- 3

  • सीपीआई- 2

  • आम आदमी पार्टी- 1

  • जेएमएम- 1

  • केरल कांग्रेस- 1

  • आरएसपी- 1

  • वीसीके- 1

  • निर्दलीय- 1

  • कुल- 144


गैर एनडीए और गैर इंडिया वाले दल



  • वाईएसआरसीपी- 22

  • बीजेडी- 12

  • टीआरएस- 9

  • बीएसपी- 9

  • टीडीपी- 3

  • अकाली दल- 2

  • एआईयूडीएफ- 1

  • जेडीएस- 1

  • आरलएपी- 1

  • अकाली दल (सिमरजीत सिंह मान)- 1

  • कुल- 63


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