Adhir Ranjan Chowdhury On PM Modi: लोकसभा में विपक्ष के नेता अधीर रंजन चौधरी ने गुरुवार (10 अगस्त) को केंद्र के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पर बोलते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा. अपने भाषण के दौरान उन्होंने कुछ ऐसा कह दिया कि सत्ता पक्ष के सांसदों में खुशी की लहर दौड़ गई. वहीं, पास में बैठी कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी के रिएक्शन पर भी नजरें गईं.
दरअसल, मणिपुर हिंसा के मुद्दे पर पीएम मोदी को घेरते हुए अधीर रंजन चौधरी ने जब कहा, ''प्रधानमंत्री जी को सम्मान के साथ ये कहना चाहते हैं कि देखिए प्रधानमंत्री जी, आप एक बार नहीं, 100 बार प्रधानमंत्री बनें, हमें कोई फर्क नहीं, इसमें हमें कोई लेना-देना नहीं.''
इस पर अधीर रंजन चौधरी के बगल में बैठीं सोनिया गांधी ने गर्दन हिलाई. वहीं, सत्ता पक्ष के सांसद मुस्करा उठे. कांग्रेस नेता की छोटी से क्लिप शेयर करते हुए बीजेपी ने ट्वीट कर दिया गया, ''बस, ऐसे ही सच बोलना है!''
प्रधानमंत्री को खुद कुछ कार्रवाई करनी चाहिए थी- अधीर रंजन चौधरी
कांग्रेस नेता चौधरी ने आगे कहा, ''हमें लेना-देना भारत की आम जनता के साथ है.'' उन्होंने आगे कहा, ''(हम) जब मणिपुर गए तो मणिपुर की दशा देखी हमने, दशा देखने के बाद हमें जरूर ये महसूस हुआ कि कम से कम देश के सबसे बड़े मुखिया होने के नाते प्रधानमंत्री जी को एक बार मणिपुर के आम वासियों के लिए कुछ संदेश देना चाहिए. कुछ संदेश देना चाहिए था, शांति का कोई पैगाम लेकर, प्रधानमंत्री जी को खुद कुछ कार्रवाई करनी चाहिए थी.''
उन्होंने कहा, ''कम से कम आपकी (पीएम मोदी) तरफ से एकबार मणिपुर के लोगों को अपने मन की बात रखनी चाहिए थी. ये मांग कोई गलत मांग नहीं है, मणिपुर के आम लोगों की मांग है.''
रिकॉर्ड से निकाला गया बयान
बता दें कि अधीर रंजन चौधरी ने जब पीएम मोदी पर हमला जारी रखा और मणिपुर की घटनाओं की बात करते हुए महाभारत काल की द्रौपदी का जिक्र किया तो केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और सत्ता पक्ष के बाकी सांसदों ने उनका विरोध किया.
संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने रूल बुक के अनुसार अधीर रंजन चौधरी के बयान को रिकॉर्ड से निकालने का आग्रह लोकसभा अध्यक्ष से किया. सदन में हंगामा होने पर लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा कि बयान रिकॉर्ड से निकाला गया है. बता दें कि अविश्वास प्रस्ताव पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को विपक्ष के आरोपों का जवाब दिया और विपक्षी गठबंधन INDIA और कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा. बाद में अविश्वास प्रस्ताव गिर गया.