Amit Shah On Article 370: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बुधवार (9 अगस्त) को लोकसभा में अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा की. इस दौरान उन्होंने कई मुद्दों पर विपक्ष को घेरा. अमित शाह ने कश्मीर का मुद्दा भी उठाया. उन्होंने कहा, "कश्मीर में परिवर्तन लाने वाला युगांतकारी फैसला इस देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया."
अमित शाह ने अनुच्छेद 370 को लेकर कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा, "अब समाप्त किया गया अनुच्छेद 370 तत्कालीन प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू की कथित गलत नीति का परिणाम था. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अनुच्छेद 370 को खत्म करने के बाद जम्मू-कश्मीर को देश के बाकी हिस्सों में पूरी तरह से विलय करने का ऐतिहासिक फैसला लिया."
'पीएम मोदी ने कश्मीर को भारत के साथ जोड़ा'
अमित शाह ने कहा, "अब कश्मीर से दो झंडे चले गए, 2 संविधान खत्म हो गए और संपूर्ण रूप से कश्मीर का भारत के साथ जुड़ाव करने का काम इस देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया." अमित शाह ने दो टूक कहा कि हम न तो हुर्रियत से बातचीत करेंगे, न जमीयत से और न ही पाकिस्तान से. हम केवल घाटी के युवाओं के साथ बातचीत करेंगे.''
'कश्मीर की स्थिति में हुआ काफी सुधार'
गृह मंत्री ने कहा कि आतंकवाद के कारण जम्मू-कश्मीर में 40,000 से ज्यादा लोगों की जान चली गई, लेकिन अनुच्छेद 370 के बाद स्थिति में काफी हद तक सुधार हुआ, जिसने पूर्ववर्ती राज्य को विशेष दर्जा दिया. 5 अगस्त, 2019 को अनुच्छेद 370 को निरस्त कर दिया गया और तत्कालीन राज्य को दो केंद्र शासित प्रदेशों जम्मू-कश्मीर और लद्दाख में विभाजित कर दिया गया.
'पथराव अब एक इतिहास बन गया है'
शाह ने कहा कि मोदी सरकार ने दरबार मूव की प्रथा को समाप्त किया, लखनपुर टोल टैक्स को खत्म किया और जम्मू-कश्मीर में रहने वाले दलितों और आदिवासियों के विकास के लिए काम किया और सफाई कर्मचारियों को उनका अधिकार दिया. उन्होंने कहा कि कश्मीर में 33 साल बाद सिनेमा हॉल खुले और नाइट शो और शिकारा उत्सव भी शुरू हुआ. पथराव अब एक इतिहास बन गया है और जम्मू-कश्मीर में मंदिरों को सुरक्षा दी गई है.
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