चंडीगढ़: कांग्रेस हरियाणा विधानसभा में बीजेपी-जेजेपी गठबंधन सरकार के खिलाफ कल अविश्वास प्रस्ताव लाएगी. हरियाणा के पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि राज्य सरकार ने लोगों का विश्वास खो दिया है. उनका समर्थन करने वाले विधायक और निर्दलीय उम्मीदवार भी पीछे हट गए हैं. अविश्वास प्रस्ताव प्रस्तुत किया जाएगा और उस पर मतदान होगा. कई चेहरे बेनकाब हो जाएंगे. उन्होंने कहा कि विपक्ष का काम लोगों की आवाज़ उठाना है.


अविश्वास प्रस्ताव के मद्देनजर पक्ष और विपक्ष दोनों ने अपने-अपने सदस्यों को सदन में अनिवार्य रूप से उपस्थित रहने के लिए व्हिप जारी किया है. हरियाणा सरकार के मंत्री और बीजेपी के मुख्य सचेतक कंवर पाल ने कहा, “हरियाणा विधानसभा के बजट सत्र के दौरान भारतीय जनता विधायक दल के सभी सदस्यों से 10 मार्च को सदन में लगातार उपस्थित रहने का अनुरोध किया जाता है.”


व्हिप जारी करते हुए उन्होंने कहा, “नेतृत्व की अनुमति के बिना वह सदन से बाहर न जाएं. चर्चा के दौरान कई महत्वपूर्ण मामलों पर चर्चा होगी. सदस्यों से अनुरोध है कि वे मतविभाजन और मतदान के समय उपस्थित रहें.” बीजेपी के सहयोगी दल जजपा ने भी अपने विधायकों को व्हिप जारी किया है.


कांग्रेस ने वरिष्ठ नेता और मुख्य सचेतक बी बी बत्रा ने कहा, “कांग्रेस विधायक दल, हरियाणा के सदस्यों को सूचित किया जाता है कि सदन में सरकार के विरुद्ध 10 मार्च को अविश्वास प्रस्ताव लाया जाएगा.“ उन्होंने कहा, “मैं व्हिप जारी करता हूं कि आप अनिवार्य रूप से 10 मार्च को सुबह 10 बजे सदन में अपनी उपस्थिति सुनिश्चित करें और अविश्वास प्रस्ताव पर मतदान का समर्थन करें. सदस्यों से अनुरोध है कि वे सीएलपी नेता से अनुमति लिए बिना सदन से बाहर न जाएं.”


हरियाणा विधानसभा में 90 सीटें हैं और वर्तमान में 88 सदस्य हैं. उनमें से बीजेपी के 40, जेजेपी के 10 और कांग्रेस के 30 सदस्य हैं. सात निर्दलियों में से पांच सरकार को समर्थन दे रहे हैं. इसके अलावा एक सदस्य हरियाणा लोकहित पार्टी का है और वह भी सरकार के समर्थन में है.


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