नई दिल्ली: देश का विश्वास मत किसके साथ है? ये आज तय हो जाएगा. फिलहाल आंकड़े जो बता रहे हैं, उसके मुताबिक मोदी सरकार को कोई खतरा नहीं दिख रहा है. आज संसद में विपक्ष के अविश्वास प्रस्ताव पर बहस के साथ-साथ वोटिंग भी होगी. मोदी सरकार कह रही है कि हम तैयार हैं और आसानी से जीत जाएंगे. कांग्रेस समेत विपक्ष भी कह रहा है हम भी अविश्वास प्रस्ताव को लेकर पूरी तरह तैयार हैं.
आज संसद में क्या-क्या होने वाला है?
लोकसभा में सुबह 11 बजे से विपक्ष के अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा होगी. चर्चा के लिए सात घंटे का समय रखा गया है, उसके बाद वोटिंग होगी. बहस की शुरुआत टीडीपी की तरफ से गुंटूर से सांसद जयदेव गल्ला करेंगे. बीजेपी की तरफ से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत पांच नेता बहस में हिस्सा लेंगे.
मोदी सरकार के पक्ष में वोट करेगी एआईएडीएमके
सूत्रों के मुताबिक, कांग्रेस की तरफ से पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी भी बोलेंगे. वहीं, शिवसेना, बीजेडी, टीआरएस का रुख साफ नहीं है कि वह किसका साथ देंगे. तमिलनाडु में तमिलनाडु में जयललिता की पार्टी रही एआईएडीएमके मोदी सरकार के पक्ष में वोट करेगी. मुख्यमंत्री पलानीसामी ने इसका एलान किया है. मोदी सरकार को समर्थन की वजह टीडीपी से नाराजगी है. टीडीपी ने कावेरी नदी के पानी बंटवारे के विवाद पर एआईएडीएमके का साथ नहीं दिया था. एआईएडीएमके के पास 37 सीटें हैं.
दरअसल सदन में संख्या बल के हिसाब से हर पार्टी को बोलने के लिए वक्त तय किया गया है. ऐसे में जानें किस पार्टी को अविश्वास प्रस्ताव पर बोलने के लिए कितना वक्त मिलेगा?
- बीजेपी- 3 घंटे 33 मिनट
- कांग्रेस- 38 मिनट
- एआईएडीएमके - 29 मिनट
- टीएमसी- 27 मिनट
- बीजेडी- 15 मिनट
- शिवसेना- 14 मिनट
- टीडीपी- 13 मिनट
- टीआरएस- 9 मिनट
- सीपीएम- 7 मिनट
- एनसीपी- 6 मिनट
- समाजवादी पार्टी- 6 मिनट
- एलजेपी- 5 मिनट
- और 24 क्षेत्रीय दलों को 39 मिनट दिया गया है.
शत्रुघ्न-सावित्री बाई फूले भी मोदी सरकार के साथ
बीजेपी के लिए अच्छी बात ये है कि वोटिंग में जिन बागियों से डर था वो बीजेपी के साथ खड़े हो गए हैं. पिछले चार सालों से मोदी सरकार का विरोध करने वाले बीजेपी सांसद शत्रुघ्न सिन्हा ने भी कल मोदी सरकार का साथ देंगे. सिन्हा ने साफ कहा है जब तक मैं बीजेपी हूं, बीजेपी के लिए जान दे दूंगा. मुसीबत की घड़ी में मैं पार्टी के साथ रहूंगा. मैं अविश्वाश प्रस्ताव के खिलाफ वोट करूंगा. तथाकथित मुसीबत में पार्टी के साथ कदम से कदम मिलाकर चलूंगा. पार्टी के खिलाफ कई मोर्चों पर खड़ी रहने वाली सांसद सावित्री बाई फूले भी अविश्वास प्रस्ताव के खिलाफ वोट करेंगी. यूपीए चेयरपर्सन सोनिया गांधी ने दावा किया था कि उनके पास नंबर हैं लेकिन सरकार कह रही है कि सोनिया के दावे की आज हवा निकल जाएगी.
लोकसभा में 543 सीटों में से अभी 9 सीटें खाली हैं, जिससे कुल संख्या 534 हो जाती है. 534 सदस्यों की लोकसभा में बहुमत के लिए 268 सीटें चाहिए होंगी. बीजेपी के पास अपने सांसदों की संख्या फिलहाल 272 है, यानी बहुमत से 4 ज्यादा. अगर इसमें एनडीए को भी जोड़ लिया जाए तो कुल लोकसभा में कुल संख्या 312 हो जाती है. यानी बहुमत से 44 सीट ज्यादा. अब एआईएडीएम के 37 सांसदों के भी सरकार का साथ देने की खबर है. यानी सरकार का आंकड़ा 349 तक पहुंच गया है. इसका सीधा मतलब ये है कि मोदी सरकार के गिरने का खतरा बिल्कुल भी नहीं है.
विपक्ष की कितनी ताकत ?
यूपीए 67, टीएमसी 34, बीजेडी 20, टीडीपी 16, टीआरएस 11 और अन्य 30. कुल सीटें मिलाकर हुईं कुल 178. पहले विपक्ष के खेमे से एआईएडीएमके अलग हुआ अब टीआरएस और बीजेडी जैसी पार्टियां भी कांग्रेस के साथ आएंगी या नहीं ये कहा नहीं जा सकता.
लोकसभा की मौजूदा स्थिति क्या है? (एनडीए और यूपीए)
- एनडीए- 312
- बीजेपी- 272
- शिवसेना- 18
- एलजेपी- 06
- अन्य- 16
विपक्ष
- यूपीए- 67
- कांग्रेस- 48
- एनसीपी- 07
- आरजेडी- 4
- अन्य– 08
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