नई दिल्ली: मोदी सरकार के खिलाफ पहले अविश्वास प्रस्ताव पर राहुल गांधी ने नफरत की राजनीति पर जमकर हमला बोला और कहा कि उनके यहां नफरत नहीं है. अपना बड़ा दिल दिखाते हुए अपनी निजी आलोचना का भी स्वागत किया.
अपने भाषण के आखिर हिस्से में राहुल ने खुद को हिंदू और शिवभक्त करार दिया. इतना ही नहीं राहुल ने बड़ा दिल दिखाते हुए अपना मजाक उड़ाए जाने का भी स्वागत किया. उन्होंने कहा, आप मुझे पप्पू कहें, कितनी भी गाली दें, लेकिन मैं नफ़रत नहीं करता.
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राहुल ने अपने भाषण में कांग्रेस का मतलब भी बखूबी समझाया. उन्होंने कहा, कोई अगर आपसे नफरत करता है तो भी उसे गले लगाओ. राहुल ने कहा, ''आप लोगों के अंदर मेरे लिए नफरत है. आप मुझे पप्पू और बहुत गालियां देकर बुला सकते हैं. लेकिन मेरे अंदर आपके लिए नफरत नहीं है.''
राहुल ने खुद के हिंदू होने का मतलब समझने के लिए प्रधानमंत्री, बीजेपी और आरएसएस का आभारी बताया. उन्होंने कहा, दिल से कहता हूं कि मैं प्रधानमंत्री, बीजेपी और आरएसएस का आभारी हूं. इन्होंने मुझे कांग्रेस का मतलब समझाया. इसके लिए मैं इनको धन्यवाद देता हूं. इन्होंने मुझे हिंदू होने का मतलब सिखाया है.''
आपको बता दें कि मोदी सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव चर्चा के दौरान कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने रोजगार, 15 लाख रुपये के वायदे, नोटबंदी, जीएसटी, राफेल डील, किसानों की बदहाली, लिंचिंग और महिला सुरक्षा को लेकर मोदी सरकार को कठघरे में खड़ा किया. उन्होंने भाषण की शुरुआत करते हुए कहा कि यह जुमलों वाली सरकार है.