नई दिल्ली: मोदी सरकार के खिलाफ पहले अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान मुलायम सिंह यादव ने कहा है किसान और व्यापारी तो परेशान है हीं, बीजेपी के खुद के भी लोग भी रो रहे हैं. मुलायम यहीं नहीं रूके उन्होंने कहा कि ''युवाओं के पास नौकरियां ही नहीं है पता नहीं क्या हो गया है किसी को नौकरी ही नहीं मिल रही.'' वहीं सीपीएम के सांसद मोहम्मद सलीम ने मोदी सरकार पर हमला बोलते हुए जियो इंस्टीट्यूट को पैसा देने का मुद्दा उठाया और इसे भ्रष्टाचार का सबसे बड़ा उदाहरण बताया.
''क्या हुआ तेरा वादा''
मोहम्मद सलीम ने सरकार से पूछा कि ''क्या हुआ तेरा वादा?'' उन्होंने कहा कि वित्त मंत्री कहते हैं काला धन मिल रहा है, पर आंकड़े नहीं इस बात का क्या मतलब है? उन्होंने मोदी सरकार को घेरते हुए कहा, ''सिर्फ वीडियो कॉन्फ्रेसिंग करने से कोई फायदा नहीं है, सरकार किसानों को क्या जवाब देगी. स्विस बैंक में काला धन बढ़ गया है, काले धन पर कोई लगाम नहीं लगी है.''
सलीम ने डिजिटल इंडिया के आसरे नोटबंदी पर सवाल करते हुए कहा, ''पीएम डिजिटल इंडिया, न्यू इंडिया की बात करते हैं, पर डिजिटल इंडिया में नोटबंदी के आंकड़े क्यों नहीं हैं इस बात का जवाब नहीं देते.''
बीजेपी के ही लोग रो रहे हैं
वहीं सामाजवादी पार्टी के नेता मुलायम सिंह यादव का कहना है कि इस देश में कोई ऐसा नहीं है जो इस सरकार से दुखी नहीं है. उन्होंने आगे कहा, ''ये मालूम ही नहीं चल रहा है कैसी सरकार आ गई है, बीजेपी के लोग ही इस सरकार से दुखी हैं और रो रहे हैं.''
मोदी सरकार के वादों की बात उठाते हुए मुलायम ने कहा, ''बीजेपी ने कहा था कि हर किसी को 15 लाख रुपये देंगे. दो करोड़ युवाओं को रोजगार देने की बात कही गई थी. लेकिन सरकार में आने के बाद एक भी वादे को पूरा नहीं किया.''
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