नई दिल्ली: अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने राफेल डील में जहाज की कीमत को लेकर मोदी सरकार पर जमकर हमला बोला. राफेल डील पर राहुल गांधी के बयान पर अब विवाद शुरू हो गया है. राहुल गांधी ने आज सदन में आरोप लगाया कि अपने करीबी करोबारी समूह को फायदा पहुंचाने के लिए सरकार ने जहाज की कीमत बढ़ाई.
इसके साथ ही उन्होंने सरकार पर झूठ बोलने का आरोप भी लगाया, उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के दबाव में रक्षा मंत्री में देश से झूठ बोला. राहुल गांधी ने सदन में कहा था कि मेरी खुद फ्रांस के राष्ट्रपति से बात हुई उन्होंने मुझे बताया कि भारत और फ्रांस के बीच ऐसी कोई डील नहीं जिसके चलते राफेल जहाजों की कीमत नहीं बताई जा सकती.
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राहुल गांधी के बयान के बाद फ्रांस सरकार ने राहुल गांधी के बयान का खंडन किया. फ्रांस सरकार ने कहा कि 2008 में समझौता हुआ था जिसके तहत राफेल डील की जानकारी नहीं दी जा सकती. इसके बाद एक फिर राहुल गांधी का बयान सामने आया और उन्होंने कहा कि मैं अपने बयान पर कायम हूं, फ्रांस सरकार अगर खंडन करना चाहती है तो करे.
राहुल गांधी ने सदन में क्या कहा था?
राफेल डील पर हमला करते हुए कहा, ''हमारी यूपीए की डील में राफेल हवाई जहाज का दाम 520 करोड़ रुपये प्रति हवाई जहाज था. पता नहीं क्या हुआ किससे बात हुई, प्रधानमंत्री जी फ्रांस गए, वहां किसके साथ गए पूरा देश जानता है. इसके बाद जादू से हवाई जहाज का दाम 1600 करोड़ रुपये हो गया. रक्षा मंत्री यहां बैठीं हैं, उन्होंने पहले कहा कि मैं देश को जहाज का दाम बताउंगी. इसके बाद रक्षा मंत्री ने कहा कि मैं यह आंकड़ा नहीं दे सकती हूं क्योंकि फ्रांस की सरकार और देश की सरकार के बीच एक गोपनीय समझौता है.''
राहुल गांधी ने आगे कहा, ''मैं खुद फ्रांस के राष्ट्रपति से मिला और मैंने उनसे ये पूछा कि क्या ऐसा कोई समझौता फ्रांस और भारत की सरकार में है? फ्रांस के राष्ट्रपति ने बताया कि ऐसा कोई समझौता नहीं हुआ. उन्होंने मुझे कहा कि अगर आप पूरे देश को बताते हैं तो हमें कोई ऐतराज नहीं है. प्रधानमंत्री के दबाव में आकर निर्मला सीतारमण जी ने देश से झूठ बोला है.''
राहुल गांधी के आरोपों पर रक्षा मंत्री ने क्या कहा?
राहुल गांधी के आरोपों पर रक्षा मंत्री ने आपत्ति जताई और कहा कि राहुल गांधी के आरोप सरासर गलत हैं. राहुल गांधी ने गलत बयान दिया कि इस सौदे में कोई गोपनीयता शर्त नहीं थी. रक्षामंत्री ने कहा कि मैं आपके समक्ष वह दस्तावेज प्रस्तुत कर सकती हूं जिसमें इस सौदे में गोपनीयता की शर्त है. इतना ही नहीं रक्षा मंत्री ने कहा कि गोपनीयता की शर्त कांग्रेस नेतृत्व वाली यूपीए सरकार में रक्षा मंत्री ए.के. एंटनी के समय ही जोड़ी गई थी. इसके सबूत के तौर पर रक्षा मंत्री ने कुछ दस्तावेज भी पेश किए.
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फ्रांस सरकार ने राहुल के बयान पर क्या कहा?
फ्रांस सरकार ने राहुल गांधी के राफेल डील पर दिए बयान का खंडन किया है. फ्रांस सरकार ने अपने बयान में कहा, "हमने भारत की संसद में राहुल गांधी का बयान देखा है. भारत और फ्रांस के बीच 2008 में सुरक्षा समझौता हुआ था. जिसके मुताबिक दोनों देशों को एक दूसरे से मिलने वाली गोपनीय जानकारी किसी से साझा नहीं करनी है. यह समझौता राफेल डील पर भी लागू है. फ्रांस के राष्ट्रपति भारत में एक इंटरव्यू के दौरान कहा था कि यह बहुत संवेदनशील समझौता है, हम इसकी जानकारी नहीं दे सकते.''
राहुल गांधी ने फ्रांस सरकार के बयान पर क्या कहा?
राहुल गांधी ने कहा है कि मैं अभी भी अपने बयान पर कायम हूं. राहुल गांधी ने कहा, ''मैं अपने बायन पर कायम हूं, मैने कुछ गलत नहीं कहा. फ्रांस सरकार को खंडन करना चाहते हैं तो करें. जिस कार्यक्रम में मेरी बात हुई थी उसमे आनंद शर्मा और पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह भी मौजूद थे.''
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