नई दिल्ली: ऐसे समय में जब IndiGo ने कोरोना महामारी को वजह बताते हुए अपने 10 प्रतिशत कर्मचारियों को हटाने की बात कही है, Air India ने कहा है कि हमारे किसी कर्मचारी की नौकरी नहीं जाएगी.


एअर इंडिया ने ट्विटर कर कहा, ‘‘कर्मचारियों के वेतन पर होने वाले खर्च को तर्कसंगत बनाने के एअर इंडिया बोर्ड के हालिया निर्णय की आज शाम नागरिक उड्डयन मंत्रालय की एक बैठक में समीक्षा की गई. बैठक में दोहराया गया कि अन्य एअरलाइनों की तरह एअर इंडिया के किसी कर्मचारी की नौकरी नहीं जाएगी.’’


इसने ट्विटर पर कहा, ‘‘किसी भी श्रेणी के कर्मचारी के मूल वेतन, महंगाई भत्ता और एचआरए में कोई कटौती नहीं की जाएगी. कोविड-19 की वजह से एअरलाइन की मुश्किल वित्तीय स्थिति के चलते भत्तों को तर्कसंगत करने का निर्णय करना पड़ा.’’


Air India ने कहा कि चालक दल के सदस्यों को उड़ान के घंटों के आधार पर भुगतान किया जाएगा. एअरलाइन ने कहा, ‘‘घरेलू और अंतरराष्ट्रीय परिचालन के कोविड-19 से पहले जैसी स्थिति पर पहुंचने तथा एअर इंडिया की वित्तीय हालत में सुधार होने पर तर्कसंगत किए गए भत्तों की समीक्षा की जाएगी.’’





एअर इंडिया ने 14 जुलाई को एक आंतरिक आदेश जारी कर अपने विभाग प्रमुखों और क्षेत्रीय निदेशकों से कार्यक्षमता, स्वास्थ्य जैसे विभिन्न कारकों के आधार पर ऐसे कर्मचारियों की पहचान करने को कहा था जिन्हें बिना वेतन 5 साल तक की आवश्यक छुट्टी पर भेजा जा सके. इसने कहा था कि कर्मचारी स्वैच्छिक रूप से भी बिना वेतन अवकाश पर जाने का विकल्प चुन सकते हैं.


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