अयोध्या में दीपोत्सव पर बाहर के लोगों को प्रवेश नहीं, प्रशासन कर रहा सुरक्षा-व्यवस्था के पुख्ता इंतजाम
दीपोत्सव को लेकर अयोध्या में व्यापक सुरक्षा-व्यवस्था के पुख्ता इंतजाम किये जा रहे हैं. वरिष्ठ पुलिस अफसरों के अनुसार अयोध्या शहर के बाहर के लोग अयोध्या में भी प्रवेश नहीं कर सकेंगे. इसके लिए रूट डायवर्जन किया जा रहा है.
अयोध्याः दीपोत्सव को लेकर अयोध्या में व्यापक सुरक्षा व्यवस्था का खाका खींचा जा रहा है. इसमें कार्यक्रम स्थल से लेकर सरयू तट के उस पार तक तथा अयोध्या को लेकर संभावित खतरे के मद्देनजर भी सुरक्षा प्लान तैयार कर लिया गया है.
अयोध्या के वरिष्ठ पुलिस अफसरों की मानें तो अयोध्या शहर के बाहर के लोग दीपोत्सव स्थल के आसपास तो क्या अयोध्या में भी प्रवेश नहीं कर सकेंगे. इसके लिए रूट डायवर्जन किया जा रहा है. यहां तक की कार्यक्रम स्थल पर आमंत्रित किए गए लोगों की भी एलआईयू जांच कराई जा रही है.
अनुमति पत्र से ही प्रवेश बिना अनुमति पत्र के कोई कार्यक्रम स्थल तक भी नहीं पहुंच पाएगा, चाहे वह अयोध्या शहर का ही क्यों ना हो. अयोध्या को लेकर जो संभावित आतंकी खतरा बना रहता है, उसको लेकर भी सुरक्षा रणनीति बना ली गई है और उसके अनुसार बम डिस्पोजल दस्ता और क्विक रिएक्शन टीम समेत सुरक्षाबलों को बाहर से बुलाया जा रहा है. कार्यक्रम स्थल समेत हर महत्वपूर्ण स्थानों की त्रिस्तरीय सुरक्षा व्यवस्था की गई है और जिसको लेकर लगातार समीक्षा भी की जा रही है.
त्रिस्तरीय ड्यूटी की व्यवस्था अयोध्या के एसएसपी दीपक कुमार के अनुसार, अयोध्या 13 तारीख को भव्य और दिव्य तरीके से दीपोत्सव कार्यक्रम मनाया जा रहा है. इसकी पूरी सुरक्षा की तैयारी प्रशासन ने ली है. वरिष्ठ अधिकारियों ने भी कल स्थलीय निरीक्षण किया था और आवश्यक निर्देश हम लोगों को दिया था, जितनी भी हमारी एजेंसी सुरक्षा से लगी हुई उन सभी सुरक्षा एजेंसियों में पर्याप्त समन्वय हैं. स्तरीय ड्यूटी लगा दी गई है.
अयोध्या के एसएसपी ने बताया कि सरयू में भी पुलिस की 24 घंटे की ड्यूटी रहेगी. 13 तारीख को प्रोग्राम से 2 दिन पहले से जनपद में जो खास तौर पर अयोध्या शहर है वहीं के लोगों को आने की अनुमति है, बाहर के लोग यहां पर नहीं आ सकते हैं.
कोविड-19 प्रोटोकॉल के कारण ज्यादा लोगों को इजाजत नहीं हाईवे से भी डायवर्जन किया जायेगा जिससे अयोध्या जी के लोग ही यहां पर आ सकेंगे और उस दिन के लिए जो प्रोग्राम स्थल है, आगंतुकों की संख्या सीमित है. उन सब की भी जांच कराई जा रही है. उन्हीं लोगों को आने की इजाजत दी जाएगी. कोविड-19 प्रोटोकॉल के कारण अन्य लोगों को जरूरत नहीं दी जाएगी और अयोध्या को लेकर जो संभावित खतरा रहता है उसको देखते हुए पूरी तैयारी कर ली गई है. इंटेलिजेंस की यूनिट और बम स्क्वायड दस्ता लगातार चेकिंग कर रहा है.
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