Congress Rift: पंजाब कांग्रेस में लगातार बवाल देखने को मिल रहा है. हाल ही में कांग्रेस से पंजाब के मुख्यमंत्री रहे अमरिंदर सिंह ने कांग्रेस पर उनका अमपान करने का आरोप लगाया है. जिस पर कांग्रेस नेता हरीश रावत ने कहा है कि कांग्रेस की तरफ से अमरिंदर सिंह का कोई अपमान नहीं किया गया है.
पंजाब के एआईसीसी प्रभारी हरीश रावत ने देहरादून में कहा, 'इस रिपोर्ट में कोई तथ्य नहीं है कि कैप्टन अमरिंदर सिंह का कांग्रेस के जरिए अपमान किया गया था. कैप्टन के हालिया बयानों से लगता है कि वह किसी तरह के दबाव में हैं. उन्हें पुनर्विचार करना चाहिए और प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से बीजेपी की मदद नहीं करनी चाहिए.'
हरीश रावत ने कहा, 'अमरिंदर सिंह ने कहा कि मुझे सीएलपी की बैठक के बारे में जानकारी नहीं दी गई, लेकिन मैं सच कहूं तो मैं तीन दिनों तक अमरिंदर सिंह से मिलने की कोशिश करता रहा, लेकिन वह नहीं मिले.' रावत ने कहा कि अमरिंदर को पार्टी के हर फैसले के बारे में पूरी जानकारी थी.
वहीं सीएलपी बैठक को लेकर अमरिंदर सिंह ने कहा, 'सीएलपी की बैठक बुलाए जाने से ठीक एक दिन पहले हमने बात की थी. हरीश रावत ने मुझे बताया कि ऐसा कुछ भी नहीं था और यहां तक दावा किया कि उन्होंने 43 विधायकों के जरिए भेजा गया कोई पत्र नहीं देखा है. जिस तरह से वह अब इस बारे में झूठ बोल रहे हैं, उससे मैं स्तब्ध हूं.'
हाल ही में अमरिंदर सिंह दो दिन के दिल्ली दौरे पर थे. इस दौरान उन्होंने गृह मंत्री अमित शाह और एनएसए अजीत डोभाल से मुलाकात की थी. वहीं उन्होंने ये बात भी साफ कर दी थी कि वो कांग्रेस छोड़ेंगे लेकिन बीजेपी में शामिल नहीं होंगे. वहीं अमरिंदर सिंह ने हरीश रावत पर भी निशाना साधा था और कहा था कि उनकी जगह हरीश चौधरी को पंजाब का पार्टी प्रभारी बनाया जाए.
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