नई दिल्ली: रेलवे ने शनिवार को कहा कि ट्रेन सेवाओं को बहाल करने पर अभी तक कोई अंतिम निर्णय नहीं लिया गया है और इस पर फैसला कुछ ही दिनों में लिया जाएगा. यह बयान तब आया है जब रेलवे ने कोरोना वायरस के कारण यात्री ट्रेनों को 21 दिन तक स्थगित करने के बाद 15 अप्रैल से अपनी सभी सेवाएं बहाल करने की तैयारी शुरू कर दी है.


एक अधिकारी ने शनिवार को बताया, ''रेलवे बोर्ड से हर ट्रेन को मंजूरी मिलने पर ही ट्रेन सेवाएं बहाल की जाएंगी. रेलवे बोर्ड को चरणबद्ध योजना के लिए सुझाव दिया जाना चाहिए.'' अधिकारियों ने बताया कि रेल मंत्री पीयूष गोयल की रेलवे बोर्ड के चेयरमैन के साथ शुक्रवार को वीडियो कॉन्फ्रेंस बैठक में यह फैसला लिया गया. ट्रेनों का संचालन सरकार से हरी झंडी मिलने के बाद ही शुरू होगा. सरकार ने इस मुद्दे पर मंत्रियों का समूह गठित किया है.


सभी 17 जोन बोगियों की उपलब्धता के लिहाज से ट्रेनों की पहचान करने और अपनी सेवाएं बहाल करने की योजनाएं बना रहे हैं. सूत्रों ने बताया कि रेलवे सभी यात्रियों की थर्मल जांच भी कर सकता है और सरकार द्वारा सुझाए सभी प्रोटोकॉल का पालन करेगा. बहरहाल, वरिष्ठ अधिकारियों ने कहा कि कोई नया आदेश जारी नहीं किया गया है और चूंकि टिकटें केवल 14 अप्रैल तक रद्द की गई हैं तो 15 अप्रैल से शुरू करने के लिए कोई नया आदेश जारी करने की जरूरत नहीं है.


सूत्रों ने बताया कि इस सप्ताह के अंत में जोनों को ठोस कार्य योजना भेजी जाएगी. गौरतलब है कि प्रधानमंत्री द्वारा 24 मार्च को बंद की घोषणा करने के बाद अभूतपूर्व कदम उठाते हुए रेलवे ने 21 दिनों के लिए 13,523 ट्रेनों की सेवाएं निलंबित कर दी थी. इस दौरान उसकी मालवाहक ट्रेनें चलती रही हैं.


रेलवे ने 15 अप्रैल से सेवाएं बहाल करने के लिए तैयारी शुरू की


बता दें कि रेलवे ने कोरोना वायरस के कारण यात्री ट्रेनों को 21 दिन तक स्थगित करने के बाद 15 अप्रैल से अपनी सभी सेवाएं बहाल करने की तैयारी शुरू कर दी है. सूत्रों ने बताया कि रेलवे के सभी सुरक्षा कर्मियों, स्टाफ, गार्ड, टीटीई और अन्य अधिकारियों को 15 अप्रैल से अपने-अपने कार्यस्थलों पर लौटने के लिए तैयार रहने को कहा गया है.


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