नई दिल्ली: पेट्रोल-डीजल के बढ़े हुए दाम से जनता परेशान है लेकिन ये परेशानी का भंवर अभी थमने वाला नहीं है. तेल की कीमतों के नीचे दबे आम आदमी पर महंगाई का बोझ और बढ़ने वाला है. कच्चे तेल की कीमतें में लगातार इजाफा हो रहा है इसका असर आम आदमी की जेब पर पड़ना तय है. तेल की कीमतों में यह बदलाव भारत से करीब साढ़े तीन हजार किलोमीटर दूर मची हलचल के कारण है.


दरअसल सऊदी अरब की अगुवाई वाली सेना ने वीरें यमन की राजधानी सना में हमले किए हैं. रविवार को ईरान समर्थित हूती विद्रोहियों पर सऊदी अरब के तेल ठिकानों पर हमले का आरोप है, जिसके जवाब में सऊदी अरब ने भी कार्रवाई की. इस आग की चिंगारी ने तेल के दाम को सुलगा दिया है.


कच्चे तेल की कीमत बढ़कर 70 डॉलर प्रति बैरल के पार पहुंच गई है जो पिछले बीस महीने में सबसे ज्यादा है. चार दिन में कच्चे तेल की कीमत में 6 डॉलर प्रति बैरल की बढ़ोतरी हो चुकी है.


चूंकि अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमत बढ़ रही है इसलिए देश में पेट्रोल-डीजल और महंगा होकर सौ के पार जा सकता है. सऊदी अरब तेल उत्पादन में कमी नहीं आने का दावा कर रहा है लेकिन तनाव बढ़ने से कच्चा तेल महंगा हुआ है और देश में भी पेट्रोल-डीजल महंगा हो सकता है.


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