इंडियन एक्सप्रेस से बातचीत में खड़गे ने कहा, ‘’ये मुद्दा अब बंद हो गया है, हमने लोकसभा में कभी इस बात को नहीं उठाया. उन्होंने कहा कि इस बात को लेकर राज्यसभा में चर्चाएं थीं, लेकिन अब वहां पर भी ऐसा नहीं हो रहा है.’’
वहीं, सूत्रों के मुताबिक, सोनिया गांधी के राजनीतिक सलाहकार अहमद पटेल ने भी कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को दीपक मिश्रा के खिलाफ महाभियोग लाने के खिलाफ राय दी है. सूत्रों के मुताबिक, अहमद पटेल और ज्योतिरादित्य सिंधिया जैसे नेता इस कदम के विरोधी हैं. वहीं, सिब्बल और ग़ुलाम नबी आजाद महाभियोग के पक्ष में हैं.
दरअसल चुनावी साल में कांग्रेस के कुछ नेताओं को लगता है कि पार्टी की इस कोशिश को राम मंदिर और हिन्दू विरोधी करार देकर बीजेपी इसका फायदा उठा सकती है. साथ ही मुख्य न्यायाधीश के खिलाफ ऐसा कदम सियासी नुकसान भी दे सकता है.
हाल ही में सुप्रीम कोर्ट के चार वरिष्ठ न्यायाधीशों द्वारा न्यायमूर्ति मिश्रा पर महत्वपूर्ण मुकदमों की सुनवाई अपनी पसंद के जुनियर न्यायाधीशों को सौंपने का आरोप लगाया था. जनवरी में सीपीआई(एम) के महासचिव सीताराम येचुरी ने कहा था कि मुख्य न्यायाधीश के खिलाफ संसद के बजट सत्र में महाभियोग प्रस्ताव लाने की संभावनाओं पर विपक्षी दलों के साथ विचार विर्मर्श चल रहा है.