Dharmendra Pradhan on Language Row: शिक्षामंत्री धर्मेंद्र प्रधान (Education Minister Dharmendra Pradhan) ने कहा है कि सभी भाषाएं राष्ट्रीय भाषाएं हैं. कोई भी भाषा हिंदी या अंग्रेजी से कम नहीं है, क्योंकि प्रत्येक भाषा का अपना महत्व है. इसलिए हमने अपने नए एनईपी (National Education Policy) में स्थानीय भाषाओं (Local Languages) को महत्व दिया है.


धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि हर राज्य का अपना अनूठा प्रस्ताव होता है. राज्यों/संघ राज्य क्षेत्रों को राज्य/संघ राज्य क्षेत्र की विशिष्ट आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए पाठ्यक्रम को मिश्रित करने के तरीके भी विकसित करने का सुझाव दिया गया है. हम सभी को अधिक जीवंत शिक्षा परिदृश्य और 21वीं सदी का भारत बनाने के लिए लगातार मिलकर काम करना होगा.






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स्किलिंग पर जोर देती है NEP


उन्होंने कहा कि नेशनल एजुकेशन पॉलिसी स्किलिंग पर भी जोर देती है. मौजूदा स्कूल इंफ्रास्ट्रक्चर का इस्तेमाल जरूरी है. मैंने राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों से डाइट को मजबूत करने और स्कूल के समय के बाद स्कूल के बुनियादी ढांचे का पर्याप्त संख्या में कौशल केंद्रों के रूप में लाभ उठाने का आह्वान किया है.


ई-लर्निंग फ्रेमवर्क हमारी प्राथमिकता


धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि पाठ्यचर्या, शिक्षक प्रशिक्षण और ई-लर्निंग फ्रेमवर्क हमारी प्राथमिकता है. मैंने एनसीएफ के विकास और शिक्षक क्षमताओं के निर्माण में सभी राज्यों/संघ राज्य क्षेत्रों से अधिक सक्रिय समर्थन, सहयोग और भागीदारी का आग्रह किया है.


शिक्षामंत्रियों का दो दिवसीय सम्मेलन


उन्होंने कहा कि मैं सभी माननीय मंत्रियों और 32 राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों के स्कूली शिक्षा मंत्रियों के दो दिवसीय राष्ट्रीय सम्मेलन में सीखने और शैक्षिक प्रथाओं में उत्कृष्टता लाने के तरीकों पर अपनी सीख और अनुभवों को साझा करने के लिए धन्यवाद देता हूं.


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