Eid-ul-Fitr Moon Sighting: भारत में ईद उल फित्र के त्योहार को लेकर लोगों में उत्सुकता बढ़ गई है. इस बीच भारत में मंगलवार (9 अप्रैल) को चांद दिखाई नहीं दिया. लखनऊ में मंगलवार (9 अप्रैल) को ईद का चांद नहीं दिखा, जिसके बाद मरकजी चांद कमेटी ईदगाह लखनऊ ने एलान किया कि आज ईद का चांद नहीं हुआ.
मुस्लिम धर्म गुरु ईदगाह इमाम मौलाना खालिद रशीद फरंगी महली ने ऐलान किया कि चांद आज नजर नहीं आने की वजह से ईद अब 11 अप्रैल को मनाई जाएगी. उन्होंने कहा कि 9 अप्रैल को शव्वाल का चांद नहीं हुआ. ईदगाह लखनऊ में ईद उल फित्र की नमाज 11 अप्रैल को सुबह 10 बजे होगी.
10 अप्रैल को होगा आखिरी रोजा
मरकजी चांद कमेटी के ऐलान से साफ हो गया है कि भारत में रमजान का आखिरी रोजा 10 अप्रैल को होगा. इस बार रमजान में 30 दिन का रोजा रखा गया. 11 अप्रैल की सुबह नमाज के बाद ईद उल फित्र का त्योहार पूरे देश में मनाया जाएगा.
कश्मीर के बाजारों में उमड़ी भीड़
आईएएनएस की रिपोर्ट के मुताबुक जम्मू-कश्मीर में लोग मंगलवार शाम को रमजान महीने के समाप्त होने के बाद ईद त्योहार का इंतजार कर रहे हैं. ईद के मौके पर बाजार खरीददारों से गुलजार हैं. ऐसे में ट्रैफिक जाम देखने को मिल रहा है. ईद-उल-फित्र के त्योहार के अवसर पर स्थानीय लोग पिछले दो दिनों से नए कपड़े, बेकरी, मटन, पोल्ट्री, सब्जियां, खिलौने, बच्चों के लिए पटाखे और यहां तक कि नए इलेक्ट्रॉनिक गैजेट खरीदने के लिए बाजारों में उमड़ रहे हैं.
दुकानदार और मिठाई विक्रेता अपनी अलमारियों को ताजा स्टॉक से भरने में व्यस्त हैं. बेकरी की दुकानों के अलावा पोल्ट्री और मटन की दुकानें ईद की पूर्व संध्या पर घाटी में तीन सबसे व्यस्त बिक्री प्वाइंट हैं. विशेष बाजार जांच दस्ते यह सुनिश्चित करने की कोशिश कर रहे हैं कि खरीदारों को उचित मूल्य पर और अच्छी गुणवत्ता का सामान मिले.
प्रशासन ने कसी कमर
प्रशासन ने यह सुनिश्चित किया है कि रसोई गैस, पेट्रोलियम उत्पादों और जरूरी वस्तुओं का पर्याप्त स्टोरेज हो ताकि ईद त्योहार के आसपास कोई कमी न हो. राजधानी श्रीनगर के बाहर के शहरों और कस्बों में भी खरीदारों की भीड़ उमड़ रही है. पुरुष, महिलाएं और बच्चे ईद के त्योहार के लिए अपनी पसंद का सामान खरीदने के लिए बाजार में निकले हैं.
बुधवार को ईद की नमाज के लिए श्रीनगर शहर और घाटी के अन्य स्थानों पर विशेष व्यवस्था की गई है. परंपरागत रूप से, मुसलमान विभिन्न ईदगाहों में सामूहिक ईद की नमाज अदा करते हैं और फिर एक-दूसरे को गले लगाते हैं और ईद की बधाई देते हैं.
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