(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
मुंबई में अब नहीं होगा पावर कट, उरण में बनेगा 1000 मेगावाट का नया प्लांट
मुंबई में शाम के वक़्त पीक ऑवर में करीब 2500 मेगावाट बिजली का खर्च होता है और 2030 तक इस बिजली की खपत 5000 मेगावाट तक बढ़ने की आशंका है. महाराष्ट्र सरकार ने पावर कट की समस्या को गंभीरता से लिया है.
पिछले दिनों महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई में ग्रिड फेल हो जाने की वजह से मुंबई और उसके आस-पास के इलाकों में हाहाकार मच गया था. पावर सप्लाई ठप हो जाने की वजह से महाराष्ट्र सरकार को राजनीतिक आलोचनाओं का शिकार होना पड़ा था. देश की आर्थिक राजधानी में फिर इस तरह की समस्या ना हो इसके लिए महाराष्ट्र सरकार बड़ी तैयारी में जुटी है. राज्य के ऊर्जा मंत्री नितिन रावत ने ऐलान किया है कि दो साल के अंदर मुंबई के पास उरण इलाके में 1000 मेगावाट का पावर प्लांट बनाया जाएगा ताकि भविष्य में मुंबई वासियों को बिजली की समस्या का सामना ना करना पड़े.
ऊर्जा मंत्री नितिन रावत के मुताबिक 1000 मेगावाट क्षमता वाला यह पावर प्लांट वायु से बनी बिजली पर आधारित होगा. इस प्रोजेक्ट को 2 साल के अंदर पूरा किया जाने का समय दिया गया है. इस प्रोजेक्ट को बनाने के लिए नवी मुंबई के पास उरण इलाके में जगह दी जा रही है. मुंबई में शाम के वक़्त पीक ऑवर में करीब 2500 मेगावाट बिजली का खर्च होता है और 2030 तक इस बिजली की खपत 5000 मेगावाट तक बढ़ने की आशंका है.
इससे पहले महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने मुंबई में सतत बिजली आपूर्ति बनाए रखने के लिए विक्रोली 400 केवी सबस्टेशन परियोजना को समय पर पूरा करने के निर्देश दे चुके हैं.
मुंबई बिजली संकट: कैसे फेल होता है पावर ग्रिड, जिससे ठप हो जाती है बिजली की सप्लाई